चार करोड़ से आदर्श बनेंगे 20 गांव
समाज कल्याण विभाग की देखरेख में होंगे काम। प्रत्येक गांव में खर्च किए जाएंगे 20 लाख रुपये। स्वछता से संबंधित कार्य भी कराए जाएंगे।
सीतापुर : जिले 20 गांवों को प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना के गैप फिलिग मद से आदर्श बनाया जाएगा। गांव के रास्तों, पेयजल, आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण व मरम्मत आदि कामों से गांव की सूरत संवारी जाएगी। स्वच्छता से संबंधित कार्य भी कराए जाएंगे। इन गांवों की सूरत संवारने के लिए प्रत्येक गांव में 20 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। आदर्श गांवों का चयन हो चुका है। सर्वे का काम भी पूरा हो चुका है। अनुमोदन के बाद विकास कार्य शुरू हो जाएंगे। इन गांवों में होने वाले कार्यों में प्रवासी कामगारों को प्राथमिकता से कम दिया जाएगा। बता दें कि, प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना में गैप फिलिग मद से कराए जाने वाले गांवों में उन गांवों का चयन किया जाता है, जिन गांवों में अनुसूचित जाति की आबादी 50 फीसद से अधिक है। इस योजना से चयनित गांवों में समग्र विकास कार्य कराए जाएंगे। छूटे कामों को पूरा कराया जाएगा।
गैप फिलिग से होंगे यह कार्य
- पेयजल व स्वच्छता से संबंधित कार्य
- ठोस व तरल कचरा निपटान
- आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण व मरम्मत
- विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय निर्माण व मरम्मत
- संपर्क मार्ग निर्माण कार्य कराया जाएगा। इन गांवों का हुआ चयन
प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना में ऐलिया ब्लॉक के हेमपुर व अड़बेनियाग्रंट, मछरेहटा के फतहनगर व गौरिया, खैराबाद ब्लॉक के जवाहिरपुर का चयन किया गया है। इसके अलावा रामपुर मथुरा का जरावन, परसेंडी का सरावां, पहला ब्लॉक का देवकलिया व गरथर, लहरपुर का निबौरी, हरगांव का हैदरपुर, कसमंडा के कल्याणपुर व बहरीमऊ, गोंदलामऊ के धरौली व तरसावां, मिश्रिख के इमलिया व नरसिघौली को आदर्श बनाया जाएगा। इसी तरह रेउसा के जलिमनगर, सकरन का मुर्थना व बेहटा औरंगाबाद को भी इसमें शामिल किया गया है। चयनित गांवों का सर्वे कराया जा चुका है। कार्यों की रूपरेखा तय की जा चुकी है। जल्द ही विकास कार्य शुरू होंगे।
- राजेश कुमार, समाज कल्याण अधिकारी