कोरोना 'रावण' तो मारने के लिए बनिए 'राम'
आज विजय दशमी है। इसी दिन भगवान राम ने रावण का अंत किया था।
सीतापुर : आज विजय दशमी है। इसी दिन भगवान राम ने रावण का अंत किया था। इस बार बदली परिस्थितियों में हम सब भी एक बड़ी 'जंग' लड़ रहे हैं। यह जंग कोरोना से है। हम सब इस जंग के अहम 'योद्धा' हैं। आने वाला वक्त इस जंग का अहम पड़ाव है। मौसम में बदलाव के साथ ही कोरोना का अटैक एक बार फिर से तेज हो सकता है। संक्रमण की रफ्तार बढ़ सकती है। अगर इस विजय दशमी हम भी 'राम' बनकर कोरोना के खात्मे का संकल्प ले लें तो कोरोना महामारी पर जीत आसान हो सकती है।
लें संकल्प, प्रदूषण नहीं बढ़ने देंगे..
इस मौसम में प्रदूषण बढ़ता है। हमें यह प्रयास करना चाहिए कि प्रदूषण फैलने की वजह हम कतई न बनें। मसलन, आजकल घरों में साफ सफाई होती है। लोगों के घरों से कूड़ा निकलता है। इसे जला दिया जाता है। इससे प्रदूषण बढ़ता है। कचरा कूड़ेदान में डालें। यही नहीं, पराली को भी न जलाएं। दीप पर्व पर भी हमें पर्यावरण के प्रहरी की भूमिका निभाने का संकल्प लेना होगा।
दिखावे पर न जाएं, अपनी अक्ल लगाएं..
अनलॉक में छूट मिली तो बाजार में रौनक वापस लौट आई है। इस खुशहाली को आगे भी कायम रखना जरूरी है। दरअसल, बाजार में लापरवाही की झलक दिखने लगी है। लोग मास्क नहीं लगा रहे। कुछ तो इसे नाक के नीचे बांध लेते हैं। बाजार में भीड़ से कुछ लोग बेफिक्र से हो गए हैं। यह लापरवाही घातक साबित हो सकती है। आप कंठस्थ कर लें, जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं..।