वर्ष 2010 से शिक्षकों की नियुक्त की होगी जांच
सीतापुर : बेसिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2010 से अब तक शिक्षकों की नियुक्ति की जांच के आदेश हो गए हैं।
सीतापुर : बेसिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2010 से अब तक शिक्षकों की नियुक्ति की जांच के आदेश हो गए हैं। प्रकरण की जांच एडीएम की अध्यक्षता में होगी। जांच समिति में अपर पुलिस अधीक्षक व उप निदेशक बेसिक शिक्षा को भी शामिल किया गया है। जांच के संबंध में शासन से रिमाइंडर जारी होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में नजर आ रहा है। अपर जिलाधिकारी ने बीएसए को पत्र लिखकर संबंधित शिक्षकों की नियुक्ति का विवरण तलब कर लिया है।
शासन के पूर्व के निर्देशों का अनुपालन न होने की स्थिति में 11 अक्टूबर की तारीख में अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने डीएम को रिमाइंडर जारी किया है। कहा है, प्रदेश के सभी जिलों में प्राथमिक विद्यालयों में अनियमित, नियम विरुद्ध एवं फर्जी तरीके से की गई नियुक्तियों की जांच होनी है। इस संबंध में शासन स्तर से 19 जुलाई 2018 को डीएम को निर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों के क्रम में शासन ने जिला प्रशासन से पूरे प्रकरण में जांच कराकर रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने शासन के इन निर्देशों की अनदेखी की है। जिस पर अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने डीएम को रिमाइंडर जारी किया है। इन्होंने डीएम से जांच रिपोर्ट 11 अक्टूबर की शाम 5 बजे तक मांगी थी। हालांकि इस मामले में जिला प्रशासन ने प्रारंभिक कार्रवाई के तहत बेसिक शिक्षा अधिकारी से संबंधित शिक्षकों का विवरण तलब मांगा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि शासन वर्ष 2010 से शिक्षकों की नियुक्ति की जांच करा रहा है। इन संबंधित शिक्षकों का विवरण जुटाया जा रहा है। वर्जन--
40-50 लोगों की करीब 5-5 टीमें बनाकर शिक्षकों की नियुक्तियां की जांच की जाएगी। चूंकि वर्ष 2010 के बाद से नियुक्ति शिक्षकों की संख्या 8-10 हजार है। अभी हम सबसे पहले एडी बेसिक के साथ बैठक करेंगे और फिर लाइन ऑफ एक्शन शुरू कर देंगे। इससे पहले हमने बीएसए से संबंधित शिक्षकों का विवरण तलब किया है।
- विनय कुमार पाठक, अपर जिलाधिकारी