एक मां की तरह बच्चों का रखना ध्यान: स्वाती
मंत्री की पाठशाला प्रभारी मंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों को दिए बेसिक शिक्षा में सुधार के मंत्र कहा प्रांगण में महिलाओं की संख्या अधिक देखकर बहुत अछा लगा
सीतापुर : परिषदीय विद्यालय में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला तो प्रभारी मंत्री स्वाती सिंह ने भी अभिभावक बनकर बेसिक शिक्षा में सुधार के मंत्र दिए। उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों को नई भूमिका के लिए बधाई के साथ ही अच्छा शिक्षक बनने की राह भी दिखाई।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि आज जिन महिलाओं ने नियुक्ति पत्र प्राप्त किए हैं, वे विद्यालय को अपने परिवार की तरह समझें। विद्यालय के बच्चों को एक मां की तरह संभालें। जब आप ऐसा करेंगे बच्चे आपसे भावनात्मक रूप से जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संकल्प आज पूरा होता दिख रहा है। यह देखकर अच्छा लग रहा है कि प्रांगण में महिलाएं ज्यादा हैं। इससे नारी शक्ति झलकती है। उन्होंने कहा कि सरकार बेटियों के लिए अत्यंत संवेदनशील है। कहा कि कन्या भ्रूण प्रथा को समाप्त करने के लिए मुखबिर योजना चलाई जा रही है। बेटियों के टीकाकरण और उनकी शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए कन्या सुमंगला योजना संचालित है। महिला सशक्तीकरण के लिए मिशन शक्ति का शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा किया गया है। महिलाएं अब स्वावलंबी हो रहीं हैं, यह निश्चित ही परिवार, समाज और देश के लिए गौरव की बात है। प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने का जो अवसर मिल रहा है, उसका सदुपयोग कर नए प्रयोगों से शिक्षा के स्तर को सुधारें। इशारों में ही दे दी नसीहत
प्रभारी मंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों को इशारे में ही नसीहत भी दी। उन्होंने मुश्किल पोस्टिग का रोना न रोने का सबक अभ्यर्थियों को दिया। उन्होंने कहा कि आप स्वयं को बेचारी न दिखाएं। जहां भी तैनाती मिले वहां जाकर अपनी सेवाएं दें। सरकार के प्रयास से जल्द पूरी हुई प्रक्रिया : सांसद
सांसद राजेश वर्मा ने कहा कि यह नियुक्ति बहुप्रतीक्षित थी। सरकार के प्रयास से तीव्र गति से प्रक्रिया को पूरा किया गया और नियुक्ति पत्र को वितरित किया गया। पूरी निष्ठा, लगन और कर्मठता के साथ शिक्षण कार्य में जुट जाएं।