चीनी मिल चालू न होने से पिछड़ रही गेहूं बोआई
सीतापुर : क्षेत्र के किसानों का गन्ना खरीदने वाली हैदरगढ़ चीनी मिल अभी तक चालू नहीं हुई है। इससे क्ष
सीतापुर : क्षेत्र के किसानों का गन्ना खरीदने वाली हैदरगढ़ चीनी मिल अभी तक चालू नहीं हुई है। इससे क्षेत्र के गन्ना किसानों में बेचैनी है। खेतों में गन्ने की फसल तैयार खड़ी है और किसानों को गन्ने की फसल कटने के उपरांत गेहूं बोआई का इंतजार है। गेहूं की बोआई समय पर हो सके इसलिए गन्ने की फसल समय पर चीनी मिलें खरीद लें। परंतु अभी तक क्षेत्र में गन्ना क्रय केंद्र चीनी मिल ने स्थापित ही नहीं किये हैं। जिससे लग रहा है कि पेराई सत्र विलंब से ही शुरू हो सकेगा। ऐसे में गेहूं बोआई का समय निकल जाएगा। हीरपुर निवासी किसान अजय शुक्ला ने बताया कि छोटे काश्तकारों के आगे बड़ी समस्या है। जिनको गन्ने के बाद गेहूं की फसल लेनी है, उनका गन्ना यदि समय से बिक्री न हुआ तो गेहूं की फसल चौपट हो जाएगी। विद्यासागर शुक्ल ने बताया कि चीनी मिलों को किसानों से गन्ना खरीदने के लिए उनका ध्यान रखना होगा। जिससे उनको समस्या न आने पाए। गढ़ी रांवा निवासी किसान महावीर ने बताया कि चीनी मिलें यदि समय पर प्रारंभ हो जाएं तो किसानों के गन्ने के खेत समय से खाली हो जाएंगे। जिससे वे अगली फसल ले सकेंगे। मनिकापुर निवासी किसान आशीष ¨सह ने बताया कि यदि चीनी मिलें देर से प्रारंभ हो तब भी किसानों का गन्ना खरीदने के लिए क्रय केंद्र पहले प्रारंभ हो जाने चाहिए। जिससे किसान गन्ना बिक्री कर खेत में गेहूं की फसल की बोआई कर सकें। हैदरगढ़ चीनी मिल के वरिष्ठ गन्ना अधिकारी अमरेंद्र बघेल ने बताया कि 16 नवंबर से किसानों को गन्ना पर्चियां मिलना प्रारंभ हो जाएंगी। उसके बाद गन्ना क्रय केंद्र खोल दिए जाएंगे। क्षेत्र में हैदरगढ़ चीनी मिल के 8 गन्ना क्रय केंद्र स्थापित होंगे।