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सचिन की हत्या में नामजद आरोपित भाई-बहन को दबोचा

कस्बा बाजार निवासी सचिन हत्याकांड में नामजद छह अभियुक्तों में से पुलिस आरोपित भाई-बहन को गिरफ्तार किया है। इसमें मुन्ना सिंह के बेटे गोविद सिंह व बेटी काजल सिंह हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 10:27 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 10:27 PM (IST)
सचिन की हत्या में नामजद आरोपित भाई-बहन को दबोचा
सचिन की हत्या में नामजद आरोपित भाई-बहन को दबोचा

सीतापुर : कस्बा बाजार निवासी सचिन हत्याकांड में नामजद छह अभियुक्तों में से पुलिस आरोपित भाई-बहन को गिरफ्तार किया है। इसमें मुन्ना सिंह के बेटे गोविद सिंह व बेटी काजल सिंह हैं। अन्य आरोपितों में शामिल परशुराम के दोनों बेटे रोहित रावत व उमाशंकर रावत, बेटी आरती व उसके पति की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।

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एसपी आरपी सिंह ने बताया, पकड़े गए दोनों आरोपितों को कोतवाल राम प्रकाश, दारोगा विपिन कुमार व कांस्टेबल टीकम सिंह, प्रदीप कुमार, साक्षी व शिवानी चौहान ने दबोचा है। उन्होंने बताया, आरोपितों ने 22 नवंबर देर शाम को प्रेमशंकर उर्फ पुत्तनी के बेटे सचिन की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। मृतक के भाई पूर्व सभासद कृष्ण कुमार ने बताया, 25 वर्षीय सचिन उसका सबसे छोटा भाई था। बताया जा रहा है कि सचिन शनिवार शाम को कुत्ता टहला रहा था। उसी दौरान वहां मुहल्ले के ही दो युवक गुजरे तो कुत्ते ने उन पर भौंक दिया। जिस पर सचिन व उन युवकों से आपस में कहासुनी हुई थी। इसी मामले में सचिन की हत्या हुई थी। हालांकि मृतक के भाई सोनू सिंह ने तहरीर में कहा था कि, बाजार मुहल्ले की मछली मंडी में आरोपित उससे झगड़ा कर रहे थे। उसी दौरान उसका छोटा भाई सचिन आ गया तो ये लोग उस पर टूट पड़े। आरोपितों ने उसके भाई सचिन के पेट पर चाकू से तीन वार किए थे।

गोवध करने वाले दो पेशेवर अपराधियों पर लगाया एनएसए

सीतापुर : आजाद नगर निवासी फखरे आलम और खुर्शीद दोनों भाइयों के विरुद्ध पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) की कार्रवाई की है। ये अपराधी वर्तमान में जेल में निरुद्ध हैं।

एसपी आरपी सिंह ने बताया, ये दोनों आरोपित गोवध करने व मांस बेचने के पेशेवर अपराधी हैं। इनको तंबौर पुलिस ने सात अगस्त को दबोचा था। इनके कब्जे से काफी मात्रा में वध प्रतिबंधित मवेशियों का मांस, औजार बांका, छूरी, कुल्हाड़ी, तराजू व बांट भी बरामद किए थे। पेशेवर अपराधियों के अवैध कारोबार से क्षेत्र में नाराजगी व भय व्याप्त हो गया था। पर्याप्त पुलिस बल लगाकर जन सामान्य की स्थिति को सामान्य किया गया था। एसपी ने बताया, मुकदमे की चार्जशीट 13 सितंबर को न्यायालय में दाखिल की गई थी। अभियुक्त जमानत पर जेल से बाहर आने की कोशिश में थे, पर अब एनएसए की कार्रवाई के बाद दोनों अभियुक्त अगले एक वर्ष तक के लिए जेल में ही रहेंगे। एसपी ने बताया, फखरे आलम के विरुद्ध तंबौर थाने में गोवध व गैंगस्टर के तहत कुल छह मुकदमे और खुर्शीद के विरुद्ध गैंगस्टर के साथ कुल 4 मुकदमे हैं।


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