विद्यालयों के भवन जर्जर, बच्चे-अभिभावक और शिक्षकों में डर
गोंदलामऊ ब्लॉक के कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय औरंगाबाद का भवन है जर्जर
सीतापुर : जिले में कई स्कूल ऐसे हैं, जिनके भवन जर्जर हो चुके हैं। कुछ जर्जर भवनों में अब कक्षाएं नहीं चलती हैं। कुछ भवनों में अभी बच्चों को बिठाया जाता है। औरंगाबाद का कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय और बेहटा ब्लॉक इलाके का एक स्कूल भी जर्जर है। जर्जर भवनों का ध्वस्तीकरण न होने से शिक्षकों, बच्चों और अभिभावकों में भय बना रहता है।
टूटकर गिरता प्लॉस्टर, खुले में लगती क्लॉस
औरंगाबाद : गोंदलामऊ ब्लॉक इलाके के कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय औरंगाबाद के भवन का हाल ऐसा है कि, छत का प्लास्टर टूटकर गिरता रहता है। स्कूल के कमरों में न दरवाजे हैं और न ही खिड़की। फर्श में टूटी हुई ईंटें बिछी हैं। फर्नीचर की तो बात करना भी बेमानी है। सर्दी, गर्मी या बरसात हर मौसम में कक्षाएं खुले आसमान के नीचे ही लगती है। विद्यालय में 70 छात्राएं पंजीकृत हैं। ग्रामीणों ने बताया कि, स्कूल भवन जब से बना है, एक बार भी मरम्म्त नहीं हुई। प्रधानाध्यापिका शोभारानी ने बताया कि, अनहोनी के डर से बच्चों को कमरों में बिठाया ही नहीं जाता। अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन कोई भी सुन नहीं रहा है। विद्यालय की छत से प्लास्टर टूटकर गिरता रहता है। अभिभावकों ने बच्चों का प्रवेश कराना ही बंद कर दिया है। प्रधान कैशर जहां ने बताया कि, चहारदीवारी का निर्माण कराया गया है। विद्यालय भवन की मरम्मत का स्टीमेट भेजा गया है।
बच्चे और शिक्षक परेशान, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
बेहटा : ब्लॉक इलाके की ग्राम सभा मुडीला के प्राथमिक विद्यालय कोलगढ़ का भवन जर्जर हो गया है। भवन का प्लास्टर उखड़ने लगा है। शिक्षक राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि, स्कूल भवन जर्जर होने से भय बना रहता है। बच्चों को कमरे में बैठाने पर डर लगा रहता है। स्कूल में बना शौचालय भी अधूरा है। पेयजल की सुविधा भी नहीं है। स्कूल की बाउंड्री भी नहीं बनवाई गई है। प्रधानाध्यापक अमित सिंह ने बताया कि, जर्जर विद्यालय भवन की सूचना कई बार बीआरसी पर दी गई। कायाकल्प से भी काम कराने को कहा गया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। प्रधान से भी कई बार कहा गया। बीईओ रणजीत कुमार ने बताया कि, स्कूल भवन जर्जर होने की जानकारी मिली है। मरम्मत का काम कराया जाएगा।