बड़ों के सम्मान की मिली सीख
सुमित्रा मांटेसरी स्कूल में दैनिक जागरण के संस्कारशाला कार्यक्रम के तहत बच्चों को कहानी सुनाई गई।
सीतापुर : सुमित्रा मांटेसरी स्कूल में दैनिक जागरण के संस्कारशाला कार्यक्रम के तहत बच्चों को कहानी सुनाई गई। कक्षा तीन के छात्र मधुर मिश्रा ने संस्कारशाला में प्रकाशित कहानी बड़ों के प्रति रखें आदर-प्रेम का भाव सुनाया। कहानी में बताया कि अंतरिक्ष फ्रांस में रहता है। भारत से दादा, दादी उसके यहां आ रहे थे। यह बात वह सबसे बता चुका है। मम्मी पापा ने बताया था उनकी ठीक से देखभाल करनी है। उनको किसी तरह की परेशानी न होने पाए। दादा, दादी आए, उनसे मिलकर उसे बहुत खुशी हुई। दादी तो उसे रोज कहानियां सुनातीं। दादा, दादी के साथ वह कैरम, क्रिकेट, फुटबाल आदि भी खेलता। मम्मी ने बताया कि दादी बहुत अच्छा गाती भी हैं। उसने दादी से कहा उसे भी गाना सीखना है। एक शाम मम्मी ने दादी से घूमने के लिए चलने को कहा। तभी उनकी नजर पैर पर पड़ी, पैर में सूजन थी। अंतरिक्ष तुरंत बर्तन में गरम पानी लेकर आया। मम्मी ने कहा गरम पानी में पैर रखने से आराम मिलेगा। अंतरिक्ष से मम्मी व पापा ने कहा था दादा, दादी का ध्यान रखना, तो वह हर तरह से तत्पर रहता। एक रोज दादा लेटे थे, पापा ने उनको कंबल ओढ़ाया। इसके बाद वह दादी से कहानी सुनने लगा। फिर वह अचानक दादा के पास पहुंचा और उनके शरीर के खुले हिस्से को कंबल से ओढ़ाया। दादा से कहा जाड़ा लगने से बुखार आ जाता है, ठीक से कंबल ओढ़ा करो। दादा ने कहा उनको नहीं मालूम था कि जाड़ा लगने से बुखार आ जाता है।