लखीमपुर जाने का प्रयास, सपाइयों की पुलिस से धक्का-मुक्की
सपा कार्यालय के बाहर ही पुलिस ने लगाई बैरिकेडिग। विरोध-प्रदर्शन के बाद की गई सपा नेताओं की गिरफ्तारी।
सीतापुर : लखीमपुर जाने की जिद पर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध व प्रदर्शन किया। कार्यालय के बाहर पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। बाहर निकलने के प्रयास में जुटे पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल, जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव व अन्य सपाइयों को पुलिस अपने साथ ले गए। बाद में पुलिस ने कार्यालय में जुटे सपाइयों को खदेड़ दिया। विवाद के बाद नेताओं का लखीमपुर आना-जाना लगा है।
गुरुवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी लखीमपुर गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री के बाद शुक्रवार को जिले के सपा पदाधिकारी लखीमपुर जाने के फिराक में थे। सपाइयों के लखीमपुर जाने की भनक लगते ही पुलिस ने कार्यालय के पास बैरिकेडिग लगा दी। शहर कोतवाली सहित अन्य थानों की पुलिस तैनात की गई। शहर कोतवाल तेज प्रताप सिंह व सीओ सिटी पीयूष सिंह भी मौके पर पहुंचे। कार्यालय से बाहर निकलते ही सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को रोक दिया गया। पूर्व विधायक, सपा जिलाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों को पुलिस अपने साथ में ले गई। बाद में उन्हें कोतवाली से छोड़ दिया गया।
पुलिस गाड़ी के आगे बैठ गए सपाई :
पुलिस ने जब सपा नेताओं को पकड़ा तो सपा कार्यकर्ता पुलिस की गाड़ी के आगे बैठ गए। नारेबाजी व प्रदर्शन किया। पुलिस ने सपाइयों को सड़क से हटाया और नेताओं को लेकर पुलिस लाइन चली गई। हंगामा बढ़ने लगा तो पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे सपाइयों को गाड़ी में बैठाया और अपने साथ ले गई।
हंगामा व धक्का-मुक्की :
सपाइयों के लखीमपुर जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस व सपा कार्यकर्ताओं के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की हुई। सपा कार्यकर्ता सड़क पर आना चाहते थे और पुलिस उन्हें कार्यालय में ही रोकना चाहती थी। कार्यालय से बाहर न निकल पाने पर सपाइयों ने काफी देर तक सड़क पर हंगामा किया। पुलिस ने रस्सी व बैरिकेडिग के सहारे उन्हें रोका।
गिरफ्तारी नहीं की गई : कोतवाल
शहर कोतवाल तेजप्रकाश सिंह ने बताया कि सपा के कार्यकर्ता हंगामा कर रहे थे। उन्हें रोकने के लिए साथ में लाया गया था। बाद में उन्हें जाने दिया गया। किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई।