गांवों में पोस्टर वार और गूंज रहे वादों के तराने
गांवों में चिपकवाए पोस्टर खूब दिखा रहे सपने जोरों पर तैयारियां।
सीतापुर : यह दीपावली पंचायत चुनाव वाली.. जी हां, त्योहारों के इस सीजन में पारा भले ही लुढ़कता नजर आया हो लेकिन, गांवों का चुनावी माहौल तो बिल्कुल गर्म दिखा। त्योहारों का यह मौका संभावित प्रत्याशियों के लिए अच्छा अवसर बनकर आया। दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज की बधाई देने के बहाने संभावित प्रत्याशियों ने अपने इरादे भी जनता के समक्ष रख दिए। गांव की गलियां तो पोस्टरों और होर्डिंग से भरी नजर आईं। यही नहीं, इन्हीं पोस्टरों और बैनरों से वादों के तराने भी गूंजते नजर आए। दिलचस्प बात यह है कि चुनाव भले ही पंचायत का हो लेकिन, वादा करने वालों ने तो सांसद-विधायक को भी पीछे छोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
चलिए, थोड़ा गांवों की सैर कर लेते हैं। सबसे पहले आपको गोला रोड पर ले चलते हैं। इस रोड पर कुछ गांव खैराबाद तो कुछ एलिया में पड़ते हैं। अब्दीपुर, पीतपुर आदि गांवों में खूब बधाई संदेश दिख। कुछ दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज की बधाई दे रहे हैं तो कुछ में नए अंदाज से शायरी भी पिराई थी। अब्दीपुर के एक संभावित ने अपने पोस्टर पर सबसे पहले यही पंक्तियां लिखवाईं हैं- मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंख में कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है..। मिश्रिख की ओर चलें तो रामकोट थोड़ा शांत नजर आया। औरंगाबाद पहुंचिए तो इस गांव में पोस्टरों और होर्डिंगों की भरमार है। इस गांव में एक संभावित प्रत्याशी ने अपने पोस्टर में 24 घंटे बिजली, बालिका इंटर कॉलेज और अच्छी सड़कों का भी जिक्र छेड़ा है। वहीं, इसी गांव के कुछ और संभावित बधाई ही देते नजर आ रहे है..
आरक्षण तय होने का इंतजार
गांव की सरकार के लिए तैयारियां तो अंदर ही अंदर चल रहीं हैं। दरअसल, कुछ संभावित अभी आरक्षण तय होने का इंतजार कर रहे हैं। वे रिस्क नहीं लेना चाहते। यही वजह है कि अभी अंदरखाने रणनीति बन रही है लेकिन, पूरा जोर आरक्षण तय होने के बाद लगाने की तैयारी है।
बढ़ गईं शिकायतें, नजर आने लगा भ्रष्टाचार
गांवों में चुनावी जंग के बीच अब दावेदार जनप्रतिनिधियों की फेहरिश्त तैयार करने लगे हैं। यह फेहरिश्त जनप्रतिनिधियों को घेरने के लिए बनाई जा रही है। सड़क, शौचालय और आवास में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। शिकायतें करवाई जा रहीं हैं।