गन्ने से लदे ट्रक ने बस में मारी टक्कर, यात्री घायल
लहरपुर मार्ग पर सुल्तानापुर गांव के पास हुआ हादसा बस में थे 150 यात्री
सीतापुर : लहरपुर मार्ग पर लखीमपुर जा रही निजी बस में सुल्तानापुर गांव के पास ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी है। इससे बस का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। बस पर 150 से अधिक यात्री सवार थे। इनमें छह सवारियां भी घायल हुई हैं। दो यात्रियों के पैर में फ्रैक्चर है। इलाज के लिए यात्रियों को एंबुलेंस से सीएचसी ले जाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि ट्रक पर गन्ना लोड है। ओवरहाइट गन्ना लोडिग से ट्रक अनियंत्रित होकर मार्ग पर चल रहा था।
बताया जा रहा है कि निजी बस लखमीपुर के लिए तंबौर से बुधवार दोपहर 1.20 बजे रवाना हुई थी। तंबौर-लहरपुर मार्ग पर सुल्तानपुर गांव के पास हादसा हो गया। घायलों में रेउसा के बोहरा पुरैनी के 30 वर्षीय सुशील व 25 वर्षीय सुशीला, खैराबाद के भूल भुलैया गांव के 21 वर्षीय दीपू और लखीमपुर खीरी के गरगोटिया गांव की 10 साल की शाईस्ता, 40 वर्षीय जाहिदा, 45 वर्षीय अनीस शामिल हैं। सीएचसी के डॉ. अहसन कमाल ने बताया कि शाईस्ता व दीपू के पैर में फैक्चर हो गया है। इसलिए इन्हें जिला अस्पताल रेफर किया है। अन्य घायलों की हालात सामान्य है। बस में सवार यात्री खालिद ने बताया कि, बस में उसके साथ करीब 150 यात्री सवार थे। इसमें काफी लोग बस की गैलरी में खड़े होकर यात्रा कर रहे थे। घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। इंस्पेक्टर अंबर सिंह ने बताया कि ट्रक को कब्जे में लेकर थाने पर लाया गया है। ट्रैक्टर के नीचे दबकर चाचा की मौत, भतीजा घायल
पिसावां (सीतापुर) : अमरय्या गांव के बाहर गन्ना लोड ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में ट्रैक्टर के नीचे दबकर चाचा की मौत हो गई, जबकि उसका भतीजा घायल हो गया है। भतीजे को इलाज के लिए कस्बा सीएचसी पर लाया गया, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक देख जिला अस्पताल रेफर किया है।
बताया जा रहा है कि बुधवार भोर 26 वर्षीय रंजीत ट्रैक्टर-ट्रॉली से अपने 20 वर्षीय भतीजे मोनू के साथ गन्ना लेकर हरियावां चीनी जा रहा था। ट्रैक्टर मोनू चला रहा था, जबकि उसका चाचा रंजीत ट्रैक्टर पर बैठा था। गन्ने से लोड ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित हो गया और पलट गया। ट्रैक्टर के नीचे चाचा-भतीजे दब गए। हादसा देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे और चाचा-भतीजे को ट्रैक्टर के नीचे से निकाला, पर कुछ पल में ही मौके पर रंजीत की मौत हो गई। मोनू जीवित था तो उसे परिवार वाले इलाज के लिए सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। थाना प्रभारी कुवंर बहादुर सिंह ने बताया, मृतक के परिवार वालों रंजीत के शव का पीएम न कराने की बात कहकर कार्रवाई से इन्कार किया है।
तीनों भाइयों में बड़ा था रंजीत
रंजीत अपने तीन भाईयों सबसे बडा था। इसके दो छोटे भाई अजीत व मंजीत जुड़वा हैं। रंजीत का विवाह सात वर्ष साथ हुआ था। मृतक के परिवार में पत्नी व दो बच्चे हैं। इसमें बेटा अमन छह साल का और बेटी गुड़िया भाई से भी छोटी है।