हमारा शहर भी चमकेगा, जन सहभागिता के साथ नगर पालिका भी बने जिम्मेदार
स्थायी कूड़ाघर व नाले-नालियों से हटे अतिक्रमण छुट्टा घूमने वाले मवेशी रोके जाएं।
सीतापुर : सुदामापुरी के दो बुजुर्ग रिक्शा पर बैठकर बहुगुणा चौराहे की तरफ से आ रहे थे। बिजली अभियंता कार्यालय के पास कुछ पल रुककर एक-दूसरे से कहा कि देखो ग्रास फार्म पर कितने सफाईकर्मी जुटे हैं। सड़क पर भी झाड़ू लग रही है। हर तरफ सफाई हो रही है। बुधवार की बात है, एक सवाल पर इन बुजुर्गो ने कहा कि यदि नगर पालिका परिषद अगर इसी तरह से जिम्मेदारी संभाले और सफाईकर्मी अपना कर्तव्य निष्ठा से निभाएं तो हमारा शहर भी इंदौर की तरह साफ-सुथरा हो सकता है।
बुजुर्ग ओम प्रकाश शुक्ल ने कहा कि उन्होंने स्वच्छता रैंकिंग के बारे में सुना है। इसके बाद से वह अपने बेटों से कहा है कि अब बाजार से पालीथिन में सामान मत लाना। झोला साथ ले जाना, क्योंकि सबसे अधिक गंदगी पालीथिन से ही होती है। कूड़ा भी इधर-उधर न फेंकने की बजाए निर्धारित स्थान पर ही डालें।
यहीं पर विजय लक्ष्मीनगर के अनूप ने पूछने पर कहा कि साफ-सफाई सभी चाहते हैं लेकिन, कूड़े का उठान हर दूसरे दिन हो और छुट्टा मवेशियों को सड़क पर घूमने से रोका जाए। नालियों की सफाई सप्ताह में कम से कम एक बार जरूर हो। नालियों की सफाई महीने दो महीने में होती है तो गाद नहीं उठाया जाता, जिससे दुर्गध और कीचड़ फैलता है।
अधिशासी अधिकारी वैभव त्रिपाठी ने बताया कि स्थायी आठ कूड़ास्थल निर्मित होने हैं। इसमें कुछ बन रहे हैं कुछ जगह लोगों के विरोध के कारण कार्य रुका है। घोषणा कराकर लोगों से कूड़ा इधर-उधर न फेंकने की अपील की जाएगी। सफाई के लिए अभियान भी चलाएंगे।
जन सहभागिता है जरूरी :
कोट मुहल्ले के पूर्व सभासद शमीम बेग ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए जन सहभागिता जरूरी है। मुहल्लों में कूड़ादान रखे जाएं और लोगों से अपील की जाए कि कूड़ा इधर-उधर न फेंके। इसके लिए नगर पालिका को कूड़ा स्थल बनाने होंगे। कूड़ा उठान भी नियमित हो। गीला-सूखा कूड़ा हम अलग करेंगे, पर उसका निस्तारण हो। जरूरी बात यह भी है कि नाला-नालियों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए। शमीम ने कहा कि उनके घर के पास दो प्लाट खाली हैं, उसी पर लोग कूड़ा डालते हैं। वहीं, दिनभर मवेशी इसमें निवाला तलाशते हैं।
पाथ-वे पर बना रहे थे कूड़ाघर :
सभासद अश्वनी मिश्र ने बताया कि स्थायी कूड़ा स्थल के निर्माण का विरोध कर कार्य रुकवाया गया था। अर्द्धनिर्मित कूड़ा स्थल के नीचे हाईटेंशन बिजली लाइन है, जो कि जिला अस्पताल जाती है। यहां कूड़ा उठान के दौरान जेसीबी से कभी भी खतरा हो सकता है। वैसे यहां मार्निंग वाक के लिए पाथ-वे बना है।
इन स्थानों पर अधिक गंदगी :
- चर्च रोड पर अर्द्धनिर्मित कूड़ा स्थल व गेस्ट हाउस के पीछे ट्रांसफार्मर के पास।
- प्रेमनगर से आंख अस्पताल मार्ग पर बिजली अभियंता के आवास के सामने।
- विजय लक्ष्मीनगर के आंतरिक मार्ग, एसपी आफिस के पीछे।
- जेल रोड के सामने ओवर ब्रिज के पास। मन्नी चौराहे पर मस्जिद के पास।
- तरीनपुर मेला मैदान, नई बस्ती में तिराहे पर, लोहारबाग पार्क, आर्यनगर में रोडवेज मार्ग पर।
- एनसीसी के सामने ग्रास फार्म पर, सिचाई गेस्ट हाउस के आपपास मेडिकल कचरा पड़ा रहता है।