गोरखपुर के बाद अब सीतापुर में ऑक्सीजन न मिलने से बच्ची ने दम तोड़ा
मृतक के पिता ने बताया कि वह सुबह पांच बजे बच्ची को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए थे लेकिन वहां अस्पताल को एक भी स्टाफ नहीं था।
सीतापुर (जागरण संवाददाता)। सीएचसी में इलाज व ऑक्सीजन नहीं मिलने से उल्टी-दस्त से पीड़ित बच्ची ने दम तोड़ दिया। इसके बाद घरवालों ने खूब हंगामा काटा और सीएमओ को खबर की। कस्बे के नई बस्ती के फिरोज ने बेटी रमसा उर्फ फलक (5) रविवार तड़के सीएचसी लाए थे। इमरजेंसी वार्ड से डॉक्टर सहित पूरा स्टाफ गैर हाजिर था, जानकारी करने पर पता चला कि डॉक्टर आवास में सो रहे हैं।
ड्यूटी पर तैनात डॉ. समसुद्दीन हंगामा सुनकर आवास से सुबह 7 बजे इमरजेंसी आए, तो अस्पताल में ऑक्सीजन की खोज शुरू हुई। नहीं मिलने पर परिसर में खड़ी एंब लेंस-102 से सिलेंडर निकाल कर जब तक बच्ची को ऑक्सीजन दी गई तब तक उसका दम टूटा चुका था।
फिरोज ने बताया कि उसकी बेटी रमसा को शनिवार की रात से उल्टी-दस्त की समस्या हुई। सुबह होते ही तड़के पांच बजे वह बच्ची को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए थे। अस्पताल खुला था पर वहां डॉक्टर, फार्मासिस्ट या वार्ड ब्वॉय कोई नहीं था।
बच्ची गोद में लिए फिरोज पूरे अस्पताल में डॉक्टर को खोजा पर कोई नहीं मिला तो उसने परिसर के आवासों के दरवाजों पर दस्तक दी। तमाम आवाजें दीं पर कोई नहीं आया। इस बीच मोहल्ले के कई लोग अस्पताल आ चुके थे।
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क्या कहते हैं अधिकारी: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ध्रुवराज सिंह कहते हैं, बच्ची की मौत ऑक्सीजन न मिलने से नहीं हुई है, बच्ची को जब डॉक्टर ने देखा तो वह पहले से ही मर चुकी थी। रही बात इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर के न मौजूद होने की तो सीएचसी में डॉक्टर रात भर बैठे होंगे एक-दो मरीज आए होंगे। इसके बाद रोगियों के न आने पर डॉक्टर इमरजेंसी से उठकर चले गए होंगे। फिर भी जांच कराएंगे, यदि कोई दोषी मिला तो कार्रवाई करेंगे।
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