एएलएस एंबुलेंस का संचालन बंद होने का नोटिस, बेरोजगार होंगे कर्मी
- सेवा समाप्ति का नोटिस पाने के बाद रोजी-रोटी को लेकर परेशान हैं एंबुलेंस कर्मी बोले-कोरोना काल में सेहत भी लगा दी दांव पर।
सीतापुर : सेवा प्रदाता कंपनी ने एएलएस एंबुलेंस (एडवांस लाइफ सपोर्ट) सेवा बंद करने व कर्मियों की सेवा समाप्ति का नोटिस जारी कर दिया है। 11 सितंबर को जारी नोटिस के मुताबिक, जिले में एएलएस एंबुलेंस की सेवाएं 16 अक्टूबर से बंद हो जाएंगी। इसके बाद इन एंबुलेंस पर कार्य करने वाले कर्मचारी भी बेरोजगार हो जाएंगे। ये नोटिस मिलने के बाद संबंधित कर्मी रोजी-रोटी को लेकर परेशान हैं। वैसे जिले में एएलएस की चार एंबुलेंस संचालित हैं।
एएलएस कर्मियों का पिछले अगस्त महीने का मानदेय अभी तक नहीं मिला है। वहीं, जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 102, 108 व एएलएस उप्र के जिला मीडिया प्रभारी निशांत मिश्र का कहना है कि उन लोगों ने कोविड काल में निष्ठा के साथ काम किया है। लोगों का जीवन सुरक्षित किया है। इस बीच में उन लोगों ने अपने घर-परिवार के स्वास्थ्य को भी दांव पर लगा दिया। इसके बाद अब उन लोगों को सुविधा देने के बजाय रोजी-रोटी ही छीनी जा रही है।
एएलएस में बाधा आने का कारण
वैसे अभी तक हैदराबाद की संस्था जीवीके-ईएमआरआइ 108 व 102 और एएलएस और महिला हेल्प लाइन-आशा ज्योति-181 का कार्य संचालित कर रही थी। अब इसमें संस्था एएलएस का कार्य छोड़ रही है। साथ ही एएलएस कर्मियों को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी कर दिया है। कारण ये है कि संस्था अनुबंध में मौजूद कई शर्तो को पूरा नहीं कर रही है। जिससे संस्था-सरकार के बीच अनुबंध टूट रहा है। अब एएलएस एंबुलेंस संचालन को नई संस्था चयन होने तक 112 कॉल सेंटर कार्य संचालित करेगा।
एंबुलेंस में सुविधाएं
एएलएस एंबुलेंस पर इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन व पायलट होते हैं। ये एंबुलेंस पूरी तरह वेंटीलेटर वाली होती है। इस एंबुलेंस से रेफर गंभीर रोगियों को उच्चतम चिकित्सा इकाई पहुंचाया जाता है। एंबुलेंस में रोगी रास्ते में इलाज देते हुए ले जाया जाता है।