महिला गैंग लीडर से सरकारी आवास खाली करने को दिया नोटिस
- सीएमएस बोलीं आरोपित ने आवास न खाली किया तो पुलिस बल के सहयोग से होगी कार्रवाई।
सीतापुर : जिला महिला अस्पताल के वन स्टॉप सेंटर से कांस्टेबल को कमरे में बंद कर निकल जाने वाली दो पीड़िताओं और उनका सहयोग करने वाली नेहा भार्गव व गोविद पासी मामले में कार्रवाई तेज हो गई है। पुलिस ने नेहा भार्गव को महिला गैंग लीडर बताकर इन चारों पर जहां गैंगस्टर की कार्रवाई कर दी है।
डीएम की दो सदस्यीय कमेटी की संस्तुति पर जिला महिला अस्पताल की सीएमएस ने नेहा भार्गव से सरकारी आवास खाली करने का नोटिस जारी कर दिया है। सीएमएस डॉ. सुषमा कर्णवाल ने बताया, उन्होंने शुक्रवार को नोटिस देकर आवास खाली करने को सात दिन का मौका दिया है। यदि निर्धारित अवधि में आरोपित महिला आवास खाली नहीं करती है तो पुलिस बल के सहयोग से उससे आवास खाली करा लिया जाएगा। गौरतलब हो कि जिला महिला अस्पताल परिसर के जिस आवास में आरोपित नेहा भार्गव रहती है, वह जिला अस्पताल के वार्ड ब्वॉय अमित भार्गव के नाम आवंटित है।
बताया जा रहा है कि नेहा भार्गव वार्ड ब्वॉय अमित भार्गव की बहन है। महिला अस्पताल की सीएमएस ने ये भी बताया कि, वार्ड ब्वॉय अमित भार्गव ने कर्मी पुष्पा लता का आवास डेढ़ साल तक कब्जा कर रखा था। पुलिस के सहयोग से अमित से पुष्पलता का आवास कब्जा मुक्त कराया गया था।
कमेटी की संस्तुति पर वन स्टॉप सेंटर में बदली व्यवस्थाएं
वन स्टॉप सेंटर से दो पीड़िताओं के भागने के मामले की जांच के संबंध में डीएम ने दो सदस्यीय कमेटी बनाई थी। इसमें सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सदर शामिल हैं। इस कमेटी ने ही सीएमएस को आरोपित नेहा भार्गव से सरकारी आवास खाली कराने को कहा है। जिला प्रोबेशन अधिकारी अश्वनी तिवारी ने बताया, दो सदस्यीय कमेटी की संस्तुति पर ही वन स्टॉप सेंटर में पीछे सीमेंट चादर की सीट बदलाई है। सेंटर में पुरुष कर्मी की ड्यूटी न रहे, इसलिए वहां से पुरुष कर्मी को हटाकर महिला स्टाफ लगाया है।