देखिए, सचिव साहब! ये है कटानरोधी कार्यो की हकीकत
सीतापुर : शारदा नदी की तलहटी में काशीपुर गांव में अप और डाउन में कटान रोधी कार्य के
सीतापुर : शारदा नदी की तलहटी में काशीपुर गांव में अप और डाउन में कटान रोधी कार्य के नाम पर बोरियों में बालू भरकर सटाया जा रहा है। यहां ग्रामीणों ने बालू भरी बोरियां उठाकर जैसे ही नोडल अधिकारी के सामने गुणवत्ता का सवाल किया कि बोरी फट गई और बालू भरभराकर गिरने लगी।
यह देखते ही सचिव एक्सईएन दिनेश कुमार से नाराज हो गए, बोले इस तरह की बोरियां लगा रहे हो..अच्छी बोरियां लगाइए..ये (मौके पर पड़े) सभी बैग चेंज करिए। फिर तुरंत उन्होंने ठेकेदार को तलब कर लिया..पूछा, कितने लेबर चल रहे हैं..ठेकेदार ने जवाब दिया..100 से 125 लेबर चल रहे हैं। सचिव ने हिदायत दी..200 से कम लेकर किसी हाल में न हो, आपके काम की रफ्तार सुस्त है। तल्ख अंदाज में एक्सईएन से कहा कि आप क्या देखते हो, इसी तरह से परियोजना पूरी कराओगे? परियोजना 15 जून तक नहीं पूरी होती है, तो आप (एक्सईएन) जानिए।
गुरुवार को मध्यान्ह के 12 बज रहे थे, तभी जिले के नोडल अधिकारी एवं सचिव ¨सचाई एवं जल संसाधन राजमणि यादव का काफिला काशीपुर आ धमका। सब कुछ समझने के बाद सचिव ने एक्सईएन से कहा कि दो जेई काशीपुर में प्रतिदिन ठहरकर कैंप करें, ताकि कार्य 15 जून तक पूरा हो सके। साथ में मौजूद डीएम ने जेई की ओर इशारा कर कहा कि आप ग्रामीणों के साथ खड़े होकर मुझे हर रोज फोटो वाट्सएप करें। डीएम ने सचिव से कहा कि चार दिन बाद वह इस क्षेत्र का दोबारा निरीक्षण कर रिपोर्ट आपको (नोडल अधकिारी) को दूंगी। इससे पहले अधिकारियों के साथ सचिव ने काशीपुर से कम्हरिया तक करीब एक किमी पैदल चलकर कटान रोधी कार्य देखे और दोपहर 2.30 बजे उनका काफिला काशीपुर से निकल गया। फिर श्रीरामपुरवा व निर्मलपुरवा गांव में पहुंचकर हो रहे कटान रोधी कार्यो को देखा।
काशीपुर से सिर्फ 349 मीटर दूर झील
फौरी निरीक्षण के बाद एक्सईएन दिनेश कुमार ने सचिव को पिछले सप्ताह ड्रोन कैमरे से लिए गए चित्र (अज्जेपुर झील व उसके आसपास गांव का नक्शा) दिखाया। बताया कि इन गांवों में करीब 40-50 हजार आबादी है। काशीपुर से अज्जपुर झील की दरी 349 मीटर है। सुबह मेड़ बांधने को तैयार रहना : डीएम
काशीपुर, मल्लापुर व असईपुर के लोगों ने सचिव से जमीन पैमाइश का मुद्दा उठाया तो डीएम शीतल वर्मा ने ग्रामीणों से कहा शुक्रवार सुबह 7 बजे मेड़ बांधने को तैयार रहना। बिसवां तहसीलदार नीरज पटेल टीम के साथ पैमाइश कराएंगे। मल्लापुर की जमीन लखीमपुर के सीमावर्ती गांव मिलिक के लोग कब्जा किए हैं।
ये हो रहे कटान रोधी कार्य
- काशीपुर में अप स्ट्रीम पर 2.73 करोड़ रुपये से बोरियों में बालू भरकर लगाई जा रही है।
- काशीपुर डाउन स्ट्रीम में कम्हरिया तक एक करोड़ रुपये खर्च कर छोटे-छोटे टुकड़ों में कटर बन रहे हैं।
- गोलोक कोड़र ग्राम के श्रीरामपुरवा व निर्मलपुरवा में भी 15-15 स्टड बन रहे हैं।