आ रहे यात्री लेकिन, कोविड जांच के इंतजाम तक नहीं
सीएमओ बोलीं यात्रियों में कोविड जांच के लिए नहीं आया है कोई आदेश
सीतापुर : बाहरी क्षेत्रों से हर रोज रोडवेज बस व ट्रेनों से यात्रियों का आवागमन हो रहा है, जबकि विभिन्न राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस सामने आ रहे हैं। ऐसे में रोडवेज बस अड्डा और रेलवे स्टेशन पर कोविड टेस्टिग की आवश्यकता और अधिक बढ़ गई है। लेकिन, इस मामले में सेहत महकमा अलर्ट नहीं दिख रहा है। यात्रियों की भीड़ वाले स्थानों पर कोविड टेस्टिग की कोई व्यवस्था नहीं है। शहर में बस अड्डे पर हर रोज दिल्ली, हरिद्वार व अन्य दूरस्थ क्षेत्रों से बसों का आवागमन हो रहा है। वैसे सीएमओ का कहना है कि रोडवेज बस अड्डे पर पहले कोविड टेस्ट हो रहे थे। रेलवे यात्रियों में कोविड टेस्टिग के लिए स्टेशन पर सुबह तीन बजे स्वास्थ्य टीम जा रही थी। अभी कुछ दिन पहले ही रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच बंद की है। कारण यह है कि इधर कई दिनों से केस नहीं मिल रहे हैं। सीएमओ ने कहा, ट्रेवलर्स में कोविड टेस्टिग के लिए अभी शासन से आदेश भी नहीं आया है।
पॉजिटिव सैंपलों की हो रही है जीनोम सिक्वेंसिग जांच
सीएमओ डॉ. मधु गैरोला का कहना है कि जिले में अभी तक डेल्टा प्लस वैरिएंट का कोई भी नया केस नहीं मिला है फिर भी जिले में अब कोविड केस जो भी मिल रहे हैं, उनके सैंपलों में जीनोम सिक्वेंसिग की भी जांच हो रही है। लोगों को कोविड व डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचाने के लिए टेस्टिग बढ़ाई है। लोगों में कोविड टीकाकरण बढ़ा रहे हैं। कोविड की संभावित तीसरी लहर की ²ष्टि से हमने अस्पतालों में तैयार कर ली है। इनमें चार सीएचसी और दो एल-2 कोविड अस्पताल शामिल हैं।
रोगी व तीमारदार भी नहीं लगा रहे मास्क
जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में आने वाले वाह्य रोगी और भर्ती रोगियों के साथ ही उनके तीमारदार भी बिना मास्क ही देखे जा रहे हैं। यहां तक कि जिला महिला अस्पताल में आशाएं भी बिना मास्क के घूमती दिख रही हैं। अस्पतालों में वाह्य रोगियों की भीड़ जुट रही है। इनके साथ तीमारदारों की भी भीड़ रहती है। कोविड से बचाव न करने वाले रोगियों व तीमारदारों के संबंध में अस्पताल प्रशासन भी गंभीर नहीं दिख रहा है।