सादगी से मनी बकरीद, घर पर पढ़ी नमाज
- कोरोना संक्रमण के कारण लोगों ने घरों पर ही अदा की नमाज घर पर ही दी कुर्बानी सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा। घर पर अदा की नमाज।
सीतापुर: ईद-उल-अजहा यानी बकरीद का त्योहार शनिवार को जिलेभर में सादगी व शांति के साथ मनाया गया। कोरोना के कारण मस्जिदों और ईदगाहों पर सार्वजनिक रूप से नमाज अदा करने पर मनाही के चलते लोगों ने घरों में ही नमाज अदा की। मस्जिदों में केवल मस्जिद कमेटी से जुड़े लोगों को ही नमाज अदा की। दुआ के लिए उठे हजारों हाथों ने खुदा से कोरोना जैसी महामारी से बचाने की दुआ मांगी गई। नमाज के बाद कुर्बानी की भी रस्म घरों में ही मनाई गई।
शिया धर्मगुरु मौलाना इश्तियाक हुसैन ने बताया चूंकि हमारे यहां दो लोगों के बीच में चार फीट का फासला होना चाहिए। चूंकि सरकार की गाइड लाइन थी कि मस्जिद में छह फीट की दूरी पर रहते हुए नमाज पढ़ी जाए इसलिए हमने घर पर ही नमाज पढ़ी। कुर्बानी भी घर पर ही दी गई। लोगों को भी मैंने घर पर ही रहने की सलाह दी थी जिसके चलते सभी घरों में ही रहे। हरगांव क्षेत्र में ईद-उल-अजहा का पर्व अकीदत से मनाया गया। एएसपी राजीव दीक्षित, सीओ एमपी सिंह ने पुलिस बल के साथ भ्रमण किया। रेउसा क्षेत्र में भी पर्व परंपरा अनुसार मनाया गया। इस बार घरों में नमाज पढ़ी गई। कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया। मस्जिद के पेश इमाम मौलाना मुजीबुर्रहमान ने सभी को बधाई दी। मानपुर क्षेत्र में पर्व सरकारी निर्देशों के तहत मनाया गया। तंबौर क्षेत्र में भी लोगों ने घरों में नमाज पढ़ी। मछरेहटा क्षेत्र में भी लोगों ने लोगों ने घरों में नमाज पढ़ी और एक दूसरे को मुबारकबाद दी। मिश्रिख, औरंगाबाद, पिसावां, संदना, रामकोट, महोली, खैराबाद, बिसवां, महमूदाबाद, लहरपुर, भदफर, सिधौली, कमलापुर, मास्टरबाग, परसेंडी, सरैंया आदि स्थानों पर पर्व अकीदत से मनाया गया।
फोन व सोशल साइट से दी बधाई
कोरोना के कारण लोग इसबार एक दूसरे घरों में जाकर नहीं मिले। बल्कि फोन व सोशल साइट पर संदेशों के माध्यम से एक दूसरे का कुशलक्षेम पूछा व बकरीद की बधाई दी।
पुलिस बल भी रहा मुस्तैद
पुराने सीतापुर क्षेत्र में पुलिसबल भी मस्तैद रहा। पुलिस के जवान गश्त करते रहे। सभी को घर में रहने की हिदायत भी देते रहे।