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रोज-रोज ब्रेक डाउन से 50 हजार की आबादी प्रभावित

सिधौली से सरवा उपकेंद्र तक आने वाली 33 केवीए लाइन जर्जर आठ से 10 घंटे मिलती बिजली।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Aug 2021 11:31 PM (IST)Updated: Wed, 25 Aug 2021 11:31 PM (IST)
रोज-रोज ब्रेक डाउन से 50 हजार की आबादी प्रभावित
रोज-रोज ब्रेक डाउन से 50 हजार की आबादी प्रभावित

आलोक त्रिवेदी, संदना (सीतापुर)

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सरवा बिजली उपकेंद्र से जुड़े 169 गांवों में 50 हजार से अधिक आबादी निवास करती है। गांवों में बिजली आपूर्ति का 18 घंटे का रोस्टर है, लेकिन यहां आठ से 10 घंटे प्रतिदिन ही बिजली मिल रही है। इसका बड़ा कारण है सिधौली से सरवा उपकेंद्र तक आने वाली 33 केवीए लाइन। 22 किलोमीटर लंबी यह लाइन वर्षों पुरानी होने के कारण जर्जर हो गई है। इस लाइन में प्रतिदिन कहीं न कहीं फाल्ट होता है। जब फाल्ट होता है तो 22 किलोमीटर लंबी लाइन का कर्मचारी सर्वे करते हैं। इसमें छह से आठ घंटे का समय लग जाता है।

दरअसल, सिधौली से सरवा तक 300 खंभे हैं। फाल्ट खोजने के बाद मरम्मत शुरू होती है। तब जाकर आपूर्ति बहाल हो पाती है। ऐसा कोई दिन नहीं जब फाल्ट न होता हो। इस कारण ग्रामीणों को रोस्टर के सापेक्ष बिजली नहीं मिल पाती। समस्या से उपभोक्ता व हजारों किसान प्रभावित होते हैं। निजी व सरकारी नलकूप न चलने से फसलों की सिचाई बाधित होती है। भरौना से संदना तक लाइन तमाम पेड़ों के पास से निकली है। कई जगह इंसोलेटर झुके हुए हैं। रात में फाल्ट आने के बाद मरम्मत कार्य अगले दिन ही संभव हो पाता है। आपूर्ति बाधित होने से लोगों को बहुत दिक्कतें होती हैं।

जेई समित कुमार ने बताया कि सिधौली से सरवा तक 22 किलोमीटर लंबी 33 केवीए की लाइन जर्जर है। इसकी मरम्मत के लिए सामान आ चुका है। शीघ्र ही काम शुरू हो जाएगा। मरम्मत के बाद ब्रेक डाउन से निजात मिल जाएगी।

जंग खा रहा मरम्मत के लिए आया सामान :

सिधौली से सरवा तक जर्जर 33 केवीए लाइन की मरम्मत के लिए पिछले वर्ष केबल व अन्य सामान आया था। यह सामग्री सरवा उपकेंद्र परिसर में पड़ी है। अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है।

ये भी जानें ..

- सरवा बिजली उपकेंद्र से 169 गांवों को बिजली आपूर्ति होती है।

- 50 हजार से अधिक आबादी है।

- 11,953 कुल कनेक्शन धारक हैं।

- 724 निजी व सरकारी नलकूप हैं।

- 300 खंभे हैं सिधौली से सरवा तक। पांच दिन से रौतापुर में नहीं है बिजली : गोंदलामऊ के रौतापुर गांव में पांच दिन से बिजली ट्रांसफार्मर खराब है। बारिश व उमस में लोग परेशान हैं। अभी तक बिजली विभाग ने ट्रांसफार्मर नहीं बदला है। करीब 600 आबादी वाला यह गांव बिजली की समस्या से जूझ रहा है।

ऐसे में विद्युत चालित उपकरण काम नहीं कर रहे। नियामत अली ने बताया कि विभाग के कंट्रोल रूम में शिकायत की थी। फिर भी ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया। नियमानुसार 48 घंटे में आपूर्ति बहाल होनी चाहिए। कुछ लोगों ने नैमिषारण्य बिजली उपकेंद्र पर भी जाकर भी शिकायत की। प्रधान प्रतिनिधि आकिब रब्बानी ने बताया कि कंट्रोल रूम में ट्रांसफार्मर फुंकने की शिकायत की थी। इसके बाद जेई से बात की तो आश्वासन मिला था। पांच दिन गुजर चुके हैं। अभी तक ट्रांसफार्मर बदल नहीं सका है। जेई अलंकृत मिश्रा ने बताया कि रौतापुर गांव में ट्रांसफार्मर खराब होने की सूचना मिली है। ट्रांसफार्मर की मांग की गई है, नया आते ही बदलकर आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।


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