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वकीलों के आइकार्ड बने नहीं, बैग स्कैनर भी खराब

पांच मिनट चलने के बाद बंद हो जाता है बैग स्कैनर। करीब आठ माह पहले आइ कार्ड के लिए जमा हुए थे प्रपत्र।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 11:34 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 11:34 PM (IST)
वकीलों के आइकार्ड बने नहीं, बैग स्कैनर भी खराब
वकीलों के आइकार्ड बने नहीं, बैग स्कैनर भी खराब

सीतापुर : शाहजहांपुर में कोर्ट परिसर में वकील की हत्या के बाद भी न्यायालय की सुरक्षा लचर है। हाल यह है कि करीब आठ महीने बाद भी अधिवक्ताओं के आइ कार्ड नहीं बन सके हैं। गेट नंबर एक पर लगा बैग स्कैनर भी खराब है, जो कि पांच मिनट चलने के बाद बंद हो जाता है। आपरेटर की लिखित व मौखिक शिकायतों बाद भी मशीन को सही नहीं कराया जा सका है। कंपनी का इंजीनियर भी पांच-सात दिन में आने की बात कहकर टाल-मटोल कर रहा है। न्यायालय सुरक्षा प्रभारी भी मशीन खराब होने के संबंध में जिम्मेदारों को सूचना दे चुके हैं। बहरहाल, गेट पर बस पुलिस तैनात रहती है।

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न्यायालय की सुरक्षा में लगे हैं 27 पुलिसकर्मी :

जिला न्यायालय की सुरक्षा में एक सब इंस्पेक्टर सहित 27 पुलिसकर्मी तैनात हैं। गेट नंबर एक से लेकर पांच तक इनकी ड्यूटी रहती है। गश्त की जिम्मेदारी भी इन पुलिसकर्मियों की है। न्यायालय सुरक्षा प्रभारी राजेश कुमार यादव के मुताबिक पुलिसकर्मियों के अलावा डेढ सेक्शन पीएसी भी सुरक्षा में लगी है।

यह हैं न्यायालय में प्रवेश गेट व सुरक्षा के इंतजाम :

- जिला न्यायालय में प्रवेश करने के पांच गेट हैं।

- गेट नंबर एक से वादकारियों को प्रवेश दिया जाता है। यहीं पर स्कैनर लगा है।

- पुलिसकर्मी, वादकारियों और साथ ले जा रहे सामान की पड़ताल करते हैं।

- गेट नंबर दो व तीन से अधिवक्ता प्रवेश करते हैं। अधिवक्ताओं की जांच नहीं होती।

- गेट नंबर चार से भी अधिवक्ता व अधिकारियों को प्रवेश दिया जाता है।

- न्यायाधीशों का आवागमन गेट नंबर पांच से होता है।

- गेट नंबर तीन पर मेटल डिटेक्टर लगा है। सीसी कैमरे भी हैं। बार पदाधिकारियों के साथ बैठक :

शहर कोतवाल टीपी सिंह ने बताया कि न्यायालय परिसर की सुरक्षा को लेकर बार पदाधिकारियों के साथ बैठक की है। न्यायालय में प्रवेश सहित अन्य बातों पर भी चर्चा हुई। बैग स्कैनर खराब होने की जानकारी मिली है। उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। मशीन कंपनी के जिम्मेदारों से भी बात की है। कोतवाल ने बताया कि गेट पर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को जरूर निर्देश भी दिए।

आंकड़ों में सुरक्षा :

- जिला न्यायालय के पांच प्रवेश गेट हैं।

- 27 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

- 1.5 सेक्शन पीएसी भी सुरक्षा में लगी है।

- एक स्कैनर मशीन व मेटल डिटेक्टर भी लगा।

- एक हजार से ज्यादा वकीलों के आई कार्ड बनने हैं। अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन एडीएम को सौंपा ज्ञापन

सीतापुर : शाहजहांपुर न्यायालय परिसर में हुई अधिवक्ता की हत्या से आक्रोशित वकीलों ने प्रदर्शन किया। बार एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश त्रिपाठी की अगुवाई में नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम न्यायिक को सौंपा। अधिवक्ता प्रोक्टेशन एक्ट लागू किए जाने की मांग की।

ज्ञापन में अधिवक्ताओं ने कहा कि बरेली व शाहजहांपुर में हुई घटना से यह प्रतीत होता है कि कानून की रक्षा करने वाले वकीलों की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। इसी क्रम में लहरपुर व महमूदाबाद तहसील में भी अधिवक्ताओं ने उक्त मांगों को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर महासचिव संजय सिंह, कोषाध्यक्ष राजेंद्र भट्ट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नजीर अहमद, विजय अवस्थी, दिनेश चंद्र शुक्ल आदि मौजूद रहे।


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