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सिस्टम न सुधरा तो घर बन जाएंगे तालाब

चित्र 17 एसआइटी 20 व 21 17 एसआइटी 22 से 25 आवास विकास कालोनी में बरसात में होता है जलभराव। सीवर लाइन खराब होने के कारण उत्पन्न होती है स्थिति।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 11:21 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jun 2020 11:21 PM (IST)
सिस्टम न सुधरा तो घर बन जाएंगे तालाब
सिस्टम न सुधरा तो घर बन जाएंगे तालाब

सीतापुर: आवास विकास कालोनी के निवासी इस समय आगामी जलभराव की आशंका से चितित हैं। क्योंकि यहां बरसात होने के बाद गलियों से लगाकर घरों तक जलभराव होता है। गंदे पानी के साथ जलीय जीव जंतुओं आ जाते हैं। गंदे पानी के निकास के समुचित प्रबंध न होने के कारण इस समस्या से उन्हें हर साल जूझना पड़ता है। बीते माह में जब एक दिन बरसात हुई थी तब इस कालोनी में जलभराव हुआ था। स्थिति यह बन गई थी कि लोगों को घरों से बाल्टी के सहारे पानी बाहर फेंकना पड़ा था। अभी तो पूरा मानसून पड़ा है।

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बिछी है सीवर लाइन

आवास विकास कालोनी के गंदे पानी को निकालने के लिए 1985-86 में सीवरेज सिस्टम बनाया गया था। हर गली में सीवर लाइन डाली गई थी। यह व्यवस्था पिछले कुछ वर्षों से फेल है। लिहाजा यहां जलभराव होता है।

गंदगी के साथ जीव जंतुओं का भय

नीलेश द्विवेदी का कहना है कि गंदे पानी के साथ जलीय जीव जंतु भी घरों में आ जाते हैं। जिससे घर के सदस्यों को हर समय जोखिम का भय बना रहता है। आमिर सिद्दीकी कहते हैं गंदगी व गंदे पानी के कारण घर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। गुलमीर सिंह सोही का कहना है गलियों में पानी भरने के कारण वाहन तो वाहन पैदल निकलना मुश्किल भरा होता है।

पांच टैंक में केवल दो सही

सीवर लाइन के पांच टैंक हैं। इनमें से केवल दो सही और तीन खराब पड़े हैं। इसलिए जलभराव होता है। इसकी शिकायत कईबार की जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है।

जितेंद्र राठौर, सभासद

'सफाई निरीक्षक व पालिकाकर्मियों को आवास विकास भेजकर समस्या दिखवाई जाएगी। उसके निस्तारण का भी कार्य कराया जाएगा।'

गुरु प्रसाद पांडेय, ईओ।


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