पाटोत्सव में रामलीला का मंचन, मयूर नृत्य ने मोहा मन
अंत्येष्टि कर भरत बड़े भाई राम से मिलने वन की ओर प्रस्थान करते हैं।
पैंतेपुर (सीतापुर) : कस्बा स्थित राधाकृष्ण मंदिर में आयोजित पाटोत्सव समारोह के तीसरे दिन रविवार को रासलीला मंडल मथुरा वृंदावन के कलाकारों द्वारा रासलीला का मनोहारी मंचन किया गया। कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया मयूर नृत्य लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। इसके पश्चात रामलीला का मंचन किया गया। जिस समय भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व सीता के वन जाने की सूचना राजा दशरथ को मिलती है। दशरथ रानी कैकई को बार-बार कोसते हैं कि हे! रानी, तूने निजी स्वार्थ के कारण मेरे कलेजे के टुकड़े को मुझसे दूर कर दिया है। गुरु वशिष्ठ की आज्ञा पर पिता की अंत्येष्टि कर भरत बड़े भाई राम से मिलने वन की ओर प्रस्थान करते हैं। ये मंचन देख दर्शक कलाकारों की तारीफ करते हैं।
भंडारे में जुटी भीड़
राधा कृष्ण मंदिर में पाटोत्सव के तीसरे दिन आयोजकों द्वारा महा प्रसाद का आयोजन किया गया। कन्या व साधु भोज के लोगों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।