गन्ने की फसल गिरी, धान को भारी नुकसान
तीसरे दिन भी जारी रही बारिश फसलों के नुकसान से अन्नदाता निराश।
सीतापुर : लगातार बारिश फसलों की बर्बादी का सबब बन गई है। हवा व बारिश से गन्ना, धान, तिल, उरद की फसलों को नुकसान पहुंचा है। खेतों में पानी भरने से कटे धान पर संकट गहरा गया है। आलू, गोभी, टमाटर, लौकी जैसी सब्जियों के खेत में पानी भरने से उनके सड़ने की आशंका बढ़ गई है। वहीं बोई गई सरसों का बीज पानी भरने से सड़ जाएगा। लहरपुर में धान, गन्ना, केला व सब्जी को नुकसान पहुंचा है।
अनिया कला के सतेंद्र ने बताया कि मशरूम कंपोस्ट खाद खराब हो गई है। खाद से पोषक तत्व बह गए। गिरे गन्ने का गुड़ बेल पर अच्छा भाव भी नहीं मिलेगा। टमाटर की नर्सरी बर्बाद हो गई। सुल्तानपुर के राजेश ने बताया कि खेती के लिए लिया था। अब कैसे पैसा चुकाएंगे। सर्वजीत ने बताया धान बर्बाद हो गया है।
पिसावां में धान, तिल व गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ है। कटी पड़ी धान की फसल नष्ट हो गई है। रेउसा में बारिश ने धान, गन्ना तिल समेत सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ है। बंभनावा के किसान हरिद्वार ने बताया कि धान की फसल कटी पड़ी थी, दाना खराब होगा। रामकोट में बारिश व हवा से धान, गन्ना, तिल की फसल प्रभावित हुई है। गन्ना, धान पूरी तरह गिर गया।
मिश्रिख में बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी। गन्ना, धान, सब्जी की फसल को नुकसान होने से किसान चिता में हैं। अधिकांश किसानों का धान कट नहीं सका है। तिल, उरद सहित टमाटर, गोभी, आलू आदि सब्जी की फसल को नुकसान होगा। तंबौर में मेंथा की फसल को नुकसान पहुंचा है। नुकसान से किसान सदमे में हैं।