बराबर हो गया राजा कॉलेज मैदान
ये तस्वीर लालबाग से करीब 250 मीटर पहले राजा कॉलेज मैदान के सामने पुराने हाईवे किनारे पर की है।
सीतापुर : शहर के अंदर पुराने हाईवे पर राजा कॉलेज मैदान के सामने झुग्गी-झोपड़ी डालकर पिछले वर्षों से रह रहे दर्जनभर से अधिक परिवारों को खदेड़ दिया गया है। परेशान परिवार गृहस्थी उठाकर मार्ग के दूसरे किनारे पर खुले आसमान के नीचे पॉलीथिन व कपड़ा तानकर रातें गुजरने को विवश हैं। झुग्गी-झोपड़ी उजड़ने के बाद राजा कॉलेज मैदान को भी ट्रैक्टर से जोतवा कर उस पर रोलर के प्रयोग से उसे समतल कराया जा रहा है। यही नहीं, नगर पालिका के पानी टैंकरों से छिड़काव करा कर उसको दुरुस्त कराया जा रहा है। पीड़ित परिवारों का कहना है पिछले दिनों देर शाम को नगर पालिका व प्रशासन के कुछ अधिकारी जेसीबी मशीन आदि लेकर आए थे और बिना समय दिए उनकी झोपड़ियों को तहस-नहस करने लगे। इस कार्रवाई से भयभीत पीड़ित परिवारों ने आनन-फानन में गृहस्थी समेटी और मार्ग के दूसरे किनारे पर जा बसे। पीड़ित परिवारों ने बताया कि, वे लोग लाइया-दाना बेचकर परिवार की जीविका चलाते हैं। साधना ने बताया कि उनके परिवार में पति सोनू और बच्चों में गौतम, लक्ष्मी, कामिनी व शनि हैं। ज्योति ने बताया, प्रशासनिक कार्रवाई से उनकी झोपड़ी के साथ ही गृहस्थी भी उजड़ गई है। जिनके घर उजाड़े गए उनमें बलीराम, कंधई, राहुल, विष्णु, रौती, मटरू, अनूप, गुड्डी, नेकपाल, पप्पू, पिटू आदि शामिल हैं। इन लोगों ने बताया कि कंधई, विष्णु, पप्पू को कांशीराम कालोनी में आवास मिला हुआ है, जबकि अन्य परिवारों को आवास भी नहीं मिले हैं। इसलिए ये लोग राजा कॉलेज मैदान के सामने पुराने हाईवे किनारे झुग्गी-झोपड़ी डालकर गुजर-बसर कर रहे थे और जीविकोपार्जन के लिए झोपड़ी के सामने ही लइया-दाना की दुकान लगाते थे। बच्चों के खेलकूद के लिए मैदान पर साफ-सफाई कराई है। मैदान पर गंदगी थी और जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए थे। इसलिए उसे नगर पालिका के सहयोग से समतल कराया है।
- पूनम वाष्र्णेय, प्रधानाचार्य, आरआरडी इंटर कॉलेज