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सिधौली तहसील में बनवा लो मनमर्जी के मुताबिक आय प्रमाणपत्र

नियम को दरकिनार कर एक ही व्यक्ति को जारी प्रमाणपत्रों में आय भिन्न एक माह में बदल गई आवेदक की आय।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Sep 2021 11:50 PM (IST)Updated: Sun, 12 Sep 2021 11:50 PM (IST)
सिधौली तहसील में बनवा लो मनमर्जी के मुताबिक आय प्रमाणपत्र
सिधौली तहसील में बनवा लो मनमर्जी के मुताबिक आय प्रमाणपत्र

चंद्र किशोर पांडेय, सिधौली (सीतापुर)

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एक व्यक्ति और आय प्रमाण पत्र दो, वह भी आमदनी भिन्न। हैरत की बात यह कि दोनों आय प्रमाणपत्र दो सप्ताह से लेकर एक माह के अंतराल पर जारी हुए हैं। दरअसल, ऐसा जादुई कारनामा लेखपाल ही कर सकते हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है, जिस पर तहसील प्रशासन को जवाब देते नहीं बन रहा। अधिकारी जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं। बहरहाल, राजस्व कर्मियों के लिए यह कोई नया काम नहीं है। इससे पहले ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को मुआवजा वितरण और मकान गिरने में सरकारी मदद मुहैया कराने में लेखपालों का कारनामा सुर्खियों में रहा है। ससेना निवासियों के आय प्रमाणपत्रों में यह बात सामने आई है। यह तो महज बानगी हैं। पारदर्शिता से जांच हो तो हैरतअंगेज अनेक मामले सामने आएंगे।

केस एक : आठ जनवरी 2021 को जारी आय प्रमाणपत्र संख्या 246211001267 पर जाबिर अली पुत्र वाहिद अली निवासी ससेना की मासिक आय चार हजार रुपये व वार्षिक आय 48 हजार रुपये अंकित है। वहीं, 21 जनवरी 2021 को जारी आय प्रमाणपत्र संख्या 246211004023 पर जाबिर अली पुत्र वाहिद अली की मासिक आय 35 सौ रुपये व वार्षिक आय 42 हजार रुपये अंकित है। ऐसे ही 12 अगस्त को साबिया बानो पुत्री जाबिर निवासी ससेना को जारी प्रमाण पत्र संख्या 246211034735 पर मासिक आय चार हजार रुपये व वार्षिक आय 48 हजार रुपये अंकित है।

केस दो : आठ जनवरी 2021 को जारी आय प्रमाणपत्र संख्या 246211001268 पर श्यामा पत्नी स्व. मेवा निवासी ससेना के नाम जारी प्रमाण पत्र में मासिक आय चार हजार रुपये व वार्षिक 48 हजार रुपये अंकित है। इसी क्रम में 10 फरवरी 2021 को आय प्रमाणपत्र संख्या 246211007423 पर श्यामा पत्नी स्व. मेवा के नाम जारी प्रमाणपत्र में मासिक आय 35 सौ रुपये व वार्षिक 42 हजार रुपये अंकित है। यह सभी प्रमाणपत्र तहसीलदार ने जारी किए हैं।

एसडीएम संतोष कुमार राय ने बताया कि यह गंभीर मामला है, ऐसा नहीं होना चाहिए। अगर लेखपाल ने अलग-अलग रिपोर्ट लगाई है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदार आरपी सिंह ने बताया कि अभी तक मेरी जानकारी में ऐसा कोई प्रकरण नहीं है। अगर लेखपाल ने इस तरह का कार्य किया है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।


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