Sitapur: एक ही चिता पर दोनों भाइयों का अंतिम संस्कार, सभी आरोपित गिरफ्तार, दो दिन पहले हुआ था रिश्तों का कत्ल
रामकोट के बीहट गौर में भाई ने बेटों के साथ मिल कर अपने दो सगे भाइयों की हत्या कर दी थी। हत्या धारदार हथियार से की गई थी। भाइयों का शव खेत में डालकर आरोपित फरार हो गए थे। हत्या की वजह यूकेलिप्टस पेड़ों की बिक्री का विवाद था।
सीतापुर, संवाद सूत्र। रामकोट के बीहट गौर में यूकेलिप्टिस पेड़ों की बिक्री के विवाद में दो भाइयों की हत्या करने वाले सभी आरोपितों को पुलिस ने दबोच लिया है। मनीष की पत्नी मुनीश कुमारी ने आरोपित सुनील शुक्ल, मनमोहन उर्फ मोहन, दीपू व गोपाल पर हत्या का केस दर्ज कराया था।
उधर, शनिवार की देर शाम मुन्नर और मनीष दोनों भाइयों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। मनीष के पुत्र हरिओम ने चिता को मुखाग्नि दी। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल मौजूद रहा। थानाध्यक्ष संजीव कुमार कुशवाहा ने बताया कि चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह था पूरा मामला : रामकोट के बीहट गौर में भाई ने बेटों के साथ मिल कर अपने दो सगे भाइयों की हत्या कर दी थी। हत्या, धारदार हथियार से की गई थी। भाइयों का शव खेत में डालकर आरोपित फरार हो गए थे। हत्या की वजह यूकेलिप्टस पेड़ों की बिक्री का विवाद था। शुक्रवार को यूकेलिप्टस के पेड़ों का कटान हो रहा था। मुन्नर और मनीष गांव गुजरापुर के पास खेत में थे।
उसी समय सुनील, अपने बेटे मोनू, दीपू व गौतम के साथ खेत पहुंचे और मुन्नर पर लाठी-डंडे व धारदार हथियार से हमला कर दिया। यह देख मनीष खुद को बचाने के लिए भागने लगे। सुनील और बेटों ने दौड़कर मनीष पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। एक वार हाथ और एक गर्दन पर किया। हमले में मुन्नर और मनीष की मौके पर ही मौत हाे गई।
हत्या के बाद मनीष का शव महोली की सीमा और मुन्नर का शव रामकोट थाना इलाके में पड़ा था। बीहट गौर के रामसनेही के मुन्नर, मनीष, सुनील, रामू और अनिल पांच बेटे थे। अनिल की कुछ समय पहले मौत हो चुकी है। मुन्नर और मनीष की हत्या भाई सुनील ने कर दी। चौथे भाई रामू को भी भतीजा गोपाल खेत में बुला रहा था। ग्रामीणों का कहना था कि अगर रामू खेत पहुंच जाता तो उसकी भी हत्या हो जाती।