नौकरी के नाम पर ठग लिए करोड़ों
अगर आप बेरोजगार हैं और नौकरी की तलाश में हैं तो जरा बचके रहिए..!
सीतापुर : बेरोजगारों को नौकरी का सपना दिखाकर करोड़ों रुपये ठगने का मामला प्रकाश में आया है। अकेले खैराबाद में ही ठगों के जाल में करीब 50 लोग फंस गए। जिले में यह संख्या करीब 150 के आसपास हो सकती है। इन सभी से डेढ़ से दो लाख रुपये तक वसूले गए। मामले में खैराबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई है। सूत्रों के मुताबिक लखीमपुर में भी लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी हुई है।
खैराबाद के अर्जुनपुर निवासी सबीरम ने बताया कि सिप्सा एनजीओ में सुपरवाइजर और एडवाइजर की नौकरी दिलाने के नाम पर अर्श काउंसर शालिनी वर्मा ने खुद को एमडी बताकर झांसा दिया। सबीरम के जरिए 50 लोगों से एडवाइजर और सुपरवाइजर की नौकरी के नाम पर डेढ़ से दो लाख रुपये लिए गए। सबीरम ने खुद और बहन की नौकरी के लिए भी पैसे दिए। 28 मई 2018 को नियुक्ति पत्र भी थमा दिया गया, फिर लगातार मीटिग होती रही, लेकिन काफी वक्त गुजरने के बाद सैलरी न आने पर ठगी हुई। बताते हैं कि जिले के कई और ब्लॉकों में भी लोगों से ठगी हुई है। यह संख्या 150 के आसपास हो सकती है। अर्श काउंसलर समेत ये हुए नामजद
खैराबाद एसओ अजय यादव ने बताया कि सबीरम की तहरीर पर अर्श काउंसलर रमपुरवा निवासी शालिनी वर्मा पत्नी अरविद, आदर्शनगर निवासी पंकज लोधी, कजियारा निवासी शकील, ट्रेनर गीता पाठक, मिथिलेश कुमारी, धीरज मौर्या और खैराबाद सीएचसी के अन्य स्टाफ के खिलाफ शुक्रवार रात केस दर्ज कर लिया है। इनसेट
पुलिस को सौंपे सुबूत
घोटाले के आरोपों को सच साबित करने के लिए पीड़िता ने फर्जी नियुक्ति पत्र, वाट्स एप पर किए गए मैसेज, मीटिग की फोटो दिए हैं।
2016 से चल रहा था 'खेल'
सूत्रों की माने तो घोटाले का ये खेल 2016 से जिले में चल रहा है, लेकिन किसी को इसकी भनक नहीं लग सकी।
फर्जी फाइल पास कराने की थी कोशिश
एनजीओ के नाम पर 116 लोगों की सूची बनाकर फाइल पास कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग में अप्लाई किया गया था। फर्जी होने के शक में मैंने फाइल पास नहीं की थी।
डॉ. सुरेंद्र शाही, नोडल अफसर/एसीएमओ