मिला योजनाओं का ज्ञान, बेहतर काम करने वालों का सम्मान
सांसद विधायक व अधिकारियों ने दी योजनाओं की जानकारी
सीतापुर : राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में हुए यूपी दिवस कार्यक्रम में बेहतर काम करने वालों का सम्मान हुआ। डीएम और जनप्रतिनिधियों ने प्रमाण पत्र व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। शिक्षा विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, प्रोबेशन, कृषि व अन्य विभागों के कर्मियों और किसानों को सम्मानित किया गया। सांसद राजेश वर्मा ने केंद्र व प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। महोली विधायक शशांक त्रिवेदी, बिसवां विधायक महेंद्र यादव व मिश्रिख विधायक रामकृष्ण भार्गव भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। डीएम विशाल भारद्वाज ने योजनाओं के बारे में बताते हुए अधिक से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित किए जाने की जानकारी दी। स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। बच्चों की प्रस्तुति पर पंडाल में मौजूद लोग वाह-वाह करने लगे। इस मौके पर एडीएम विनय पाठक, डीडीओ राकेश पांडेय, बीएसए अजीत कुमार, डीपीओ राजकपूर, प्रोबेशन अधिकारी अश्विनी तिवारी, पीओ डूडा सुधीर गिरी, उप निदेशक कृषि अरविद मोहन मिश्रा आदि मौजूद रहे।
इन विभागों के लगे स्टॉल
डीएम विशाल भारद्वाज ने परिसर में लगे विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया। योजनाओं के बारे में पूछा और आम जनता को कैसे लाभान्वित किया जा रहा है, इसकी जानकारी ली। शिक्षा विभाग के स्टॉल पर कठपुतली ने डीएम का स्वागत किया। योगेंद्र पांडेय, शुचिता शर्मा, सुबोध मान आदि शिक्षकों ने जरूरी जानकारियां दी। शिक्षा विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार, कृषि विभाग, गन्ना विभाग, उद्योग विभाग, मत्स्य विभाग, पंचायतीराज, मनरेगा आदि के स्टॉल लगाए गए।
इनको मिला सम्मान
मिश्रिख विकास खंड की ग्राम सभा बरमी के निवर्तमान प्रधान पुत्तीलाल कश्यप व रोजगार सेवक अमित कश्यप को सम्मानित किया गया। ये सम्मान गांव में बाल्मिकी वाटिका बनवाने पर दिया गया। बेहतर काम करने वाली पांच सीडीपीओ और 15 आंगनबाड़ी को प्रशंसा पत्र दिया गया। बेसिक शिक्षा के 19 शिक्षकों और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता दस बच्चों को सम्मानित किया गया। 21 किसानों को प्रशंसा पत्र दिया गया।
बॉक्स
.. और जब नाराजहो गए डीएम
डीएम विशाल भारद्वाज का पारा उस समय चढ़ गया, जब मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान एलईडी स्क्रीन पर गंदा विज्ञापन दिखाई देने लगा। यह देख पंडाल में मौजूद लोग सन्न रह गए। डीएम ने एसडीएम सदर को बुलाकर ऑपरेटर को कोतवाली भिजवा दिया। कार्यक्रम समापन के बाद भी प्रमाण पत्र वितरण में मची-हाय तौबा पर डीएम नाराज हुए।