पर्चा काउंटर बंद, एक्सरे कक्ष पर ताला, डाक्टर भी लेटलतीफ
मिश्रिख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा सेवाएं बदहाल परिसर में गंदगी।
प्रदीप मिश्रा बबलू, मिश्रिख (सीतापुर)
ओपीडी का समय सुबह 10 बजे का है और मिश्रिख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात ज्यादातर डाक्टर 10:30 के बाद पहुंचते हैं। हाल ये है कि पर्चा काउंटर भी समय से नहीं खुलता। इमरजेंसी की ड्यूटी संभालने वाले कर्मचारी भी नदारद रहते हैं। डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की इस लेटलतीफी का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। ऐसे में मरीजों को भटकना पड़ता है। दरअसल, दैनिक जागरण की पड़ताल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली उजागर हुई।
सुबह 10:25 बजे सीएचसी की ओपीडी में डा. आनंद मौर्या व राखी शुक्ला मौजूद थीं। डा. अनुराग पांडेय, डा. प्रखर श्रीवास्तव व डा. तारिक सिद्दीकी नदारद थे। डा. नीरज मिश्रा के अवकाश पर होने की बात कही गई। अधीक्षक आशीष सिंह भी तभी पहुंचे थे। ओपीडी खाली थी और पर्चा काउंटर भी बंद था। यही हाल एक्सरे कक्ष का दिखा, जिस पर ताला लटक रहा था। वहीं, नैमिषारण्य से आए दिनेशानंद सरस्वती, मिश्रिख के श्यामबिहारी त्रिपाठी, आयुष्मान व तेजीपुरवा की पम्मी चिकित्सकों का इंतजार कर रहे थे।
मिश्रिख सीएचसी अधीक्षक आशीष सिंह ने बताया कि समय से नहीं आने वाले डाक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। परिसर में सफाई के लिए नगर पालिका परिषद को कई पत्र लिखे जा चुके हैं। स्वास्थ्य केंद्र के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के घर में शादी होने की वजह से वह अवकाश पर है।
परिसर में गंदगी का बोलबाला :
स्वास्थ्य केंद्र व आवासीय परिसर में गंदगी की भरमार है। इमरजेंसी के सामने कूड़े का ढेर लगा था। वार्ड में बेड पर गंदी चादर थीं। सीएचसी की 30 बेड की क्षमता है। बच्चों के लिए 12 बेड हैं। वहीं, स्वास्थ्य कर्मियों के आवास के सामने भी गंदगी व्याप्त थी।
ये बोले डाक्टर :
डा. अनुराग पांडेय ने बताया कि वह 10:20 बजे सीएचसी पहुंच गए थे। उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करने गए थे, जिसकी वजह से ओपीडी में नहीं थे। डा. तारिक सिद्दिकी ने बताया कि गुरुवार रात उनकी इमरजेंसी में ड्यूटी थी। सुबह के समय भी वह इमरजेंसी में ही थे। डा. प्रखर श्रीवास्तव ने बताया कि ओपीडी शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही वह पहुंच गए थे। बताया कि आज उनकी इमरजेंसी में है।