कैसे बुझेगी आग, स्टॉफ की कमी से जूझ रहा विभाग
अनिल विश्वकर्मा, सीतापुर: सर्द मौसम बीत चुका है, गर्म मौसम ने दस्तक दे दी है। ऐसे में अग्निकांडों की
अनिल विश्वकर्मा, सीतापुर: सर्द मौसम बीत चुका है, गर्म मौसम ने दस्तक दे दी है। ऐसे में अग्निकांडों की घटनाएं बढ़ जाती हैं। खेत, खलिहान से लेकर प्रतिष्ठान तक आग की चपेट में आते रहते हैं। फसलें व संपत्तियां खाक होंती हैं और लोग झुलसते रहते हैं। कभी-कभी तो इन अग्निकांडों में लोगों की जलकर मौत भी हो जाती है। पशुओं का जलकर मरने की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं। इन सबके बावजूद जिले का दमकल विभाग हॉफता नजर आ रहा है।
हालत यह हैं कि दमकल विभाग संशाधन से लेकर स्टॉफ तक की कमी से जूझ रहा है। तकरीबन 45 लाख की आबादी वाले इस जिले को आग से बचाने के लिए जिले भर में पांच दमकल केंद्र मौजूद हैं। लेकिन इनसे पर्याप्त मदद मिल पाना सपने सरीखे ही होगा। जिले की हालत यह है कि गर्मियों में एक दिन में 12 से 18 अग्निकांड की सूचनाएं मिलती हैं। ऐसे में स्टॉफ व संशाधन की कमी से जूझ रहा दमकल विभाग शायद ही मदद कर पाए। यह अलग बाद है कि जिम्मेदार आग से निपटने की तैयारी पूरी होने की बात कह रहे हैं। स्टॉफ पर नजर
पद मानक तैनाती
केंद्र प्रभारी - 5 - 0
द्वितीय अफसर - 6 - 2
लीडिग फायर मैन-13 -7
फायर मेन -95 -17
वाहन चालक 13 -6 कहां कितने वाहन
सीतापुर: 2 बड़े 3 छोटे वाहन
लहरपुर: 1 बड़ा 1 छोटा वाहन
महमूदाबाद: 1 बड़ा वाहन
बिसवां: 1 बड़ा 1 छोटा वाहन
सिधौली: 2 बड़े 1 छोटा वाहन
सिजनल मिश्रिख 1 बड़ा वाहन मानक के अनुरूप स्टॉफ नहीं है। वाहन चालकों की भी कमीं है। होमगार्ड जवानों से काम लिया जा रहा है। चुनाव आने पर दिक्कतें बढ़ सकती हैं। इसको लेकर डिमांड पत्र मुख्यालय को भेजा गया है।
एनपी सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी मथुरा से आएंगे दो चालक
दमकल अधिकारियों का कहना है मथुरा से दो वाहन चालक भेजे जाने की सूचना है। उनके आने से बड़ी मदद मिलेगी। क्योंकि चालकों की बड़ी जरूरत है।