गांव, स्कूल व खेतों में जंगली जानवर की दहशत
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सीतापुर : सदरपुर इलाके के सरैंयां चलाकापुर गांव समेत कई गांवों में जंगली जानवर की दहशत बरकरार है। हालत है कि ग्रामीणों ने बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल भेजने से परहेज किया। वहीं जानवरों व खुद की सुरक्षा के लिए लोग पालतू पशुओं को चराने के लिए गांव के बाहर नहीं निकले। दहशत इस कदर है कि किसानों ने खेतों की तरफ रुख करना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि वन विभाग के कर्मचारी जरूर उस क्षेत्र में गश्त करते नजर आए।
रविवार को सदरपुर थाना क्षेत्र के सरैंयां चलाकापुर के निकट दो जंगली जानवरों ने खेतों के करीब चर रही बकरियों के झुंड पर हमला बोला था। दो बकरियों को जंगली जानवरों ने मार डाला था और एक को घायल कर दिया था। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। क्षेत्र के सरैंया, चलाका पुरवा, मोहनगंज, ऐबापुर आदि गांवों का हाल यह था कि किसानों ने खेतों की तरफ जाने से परहेज किया। वहीं चरवाहे पशुओं को चराने के लिए गांव से बाहर नहीं निकले। चलाकापुर में प्राथमिक विद्यालय में 109 बच्चे पंजीकृत हैं, जिनमें 53 बच्चे ही स्कूल पहुंचे थे। पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 119 बच्चे पंजीकृत है। इनमें 55 बच्चे ही स्कूल पहुंचे थे। सरैंया प्राथमिक विद्यालय में 45 के स्थान पर 33 बच्चे ही स्कूल पहुंचे थे। सरैंया स्कूल की प्रधानाध्यापक मालती देवी, चलाका प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक महेश्वर दयाल व पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद इशहाक ने बताया कि कारण कुछ भी हो, लेकिन बच्चे कम आए हैं। इधर गांव के साबिर, बांके, मोहम्मद आरिफ, लाल मोहम्मद, सुंदर लाल आदि ने बताया कि सोमवार को कोहरा भी अधिक पड़ रहा था। इस वजह से यह डर था कि कहीं कोहरे का फायदा उठाकर जंगली जानवर हमला न कर दे। यही वजह है कि लोग बच्चों को घर से बाहर भेजने से परहेज कर रहे हैं।