पिसावां क्षेत्र के आलू किसानों में उत्साह
सीतापुर : थोक व खुदरा सब्जी बाजार में आलू का भाव बेहतर होने से भूड़ क्षेत्र के किसानों को
सीतापुर : थोक व खुदरा सब्जी बाजार में आलू का भाव बेहतर होने से भूड़ क्षेत्र के किसानों को पिछला घाटा पूरा होने की उम्मीद बढ़ी है। इस बार ये लोग पिछले वर्षों की तुलना में इस बार अधिक क्षेत्र में आलू की बोआई कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि आलू की बोआई का सीजन 15 नवंबर तक है, लेकिन क्षेत्र में 20-25 नवंबर तक आलू की बोआई चलेगी। पिसावां क्षेत्र के खोजेपुर के किसान आदित्य गुप्ता इस बार 10 एकड़ में आलू बो रहे हैं, जबकि इन्होंने भाव के डर में सिर्फ चार एकड़ में आलू बोया था।
क्या कहते हैं आलू किसान
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वर्ष 2016 में कोल्ड स्टोर में हमारा 700 ¨क्वटल आलू सड़ गया था, भाव कमजोर होने से इसका उठान नहीं किया था। इस कारण हमें 4-5 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था। पिछले साल हमने सिर्फ दो एकड़ में आलू बोया था, लेकिन इस बार रेट अच्छा है उम्मीद है कि पिछला घाटा अबकी पूरा हो जाएगा। इसीलिए हमारे परिवार में 20 एकड़ में आलू बोया जा रहा है।
- सचिन यादव
बीते वर्ष आलू की बर्बादी से काफी कम एरिया में आलू की बुवाई की थी। इस बार बाजार में आलू का दाम अच्छा है। उम्मीद है कि घाटा पूरा होगा इसीलिए हम इस बार 4 एकड़ में आलू बो रहे हैं।
- अखिलेश कुमार चित्र-10 एसआइटी-5-
आलू की किसानी में पिछले कई वर्षाें से घाटा ही उठाते चले आ रहे हैं। इस बार बाजार में आलू की चमक बढ़ी है तो हम किसानों की भी उम्मीद बढ़ी है। लेकिन फिर घाटा न हो, इसका भय है इसलिए दो एकड़ में ही आलू की बोआई कर रहे हैं।
- तारा ¨सह
बाजार में आलू के महंगा होने का मुख्य कारण पिछले साल आलू की फसल कम होना है। मुझे लग रहा है कि यदि इस बार आलू की फसल अधिक हुई तो कहीं ऐसा न हो कि वर्ष 2016 की स्थिति उत्पन्न हो। फिर उम्मीद है कि इस घाटा नहीं होगा।
- रमेश ¨सह