अवैध वसूली में ट्रक ऑपरेटर यूनियन अध्यक्ष समेत आठ पर मुकदमा
व्यापारियों की शिकायत के बाद पुलिस प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई ट्रक चालकों को सादे कागज की पर्ची देकर कर रहे थे अवैध वसूली
सीतापुर : मालगोदाम पर अवैध वसूली के मामले में शनिवार को व्यापारियों की शिकायत के बाद जिला एवं पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। इस मामले में यात्री एवं माल कर अधिकारी शैहपर किदवई की तहरीर पर पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जिन लोगों को नामजद किया गया है, उनमें ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष नियाज हुसैन, महामंत्री इरफान, संरक्षक यासीन खान, उपाध्यक्ष अमजद खान, रिकू त्रिपाठी, मन्ना चतुर्वेदी, राजकुमार गुप्ता व विनय कुमार का नाम शामिल है। कुछ अज्ञात भी हैं।
इन पर आरोप है कि ट्रक चालकों से जबरन पांच-पांच सौ रुपये वसूल रहे थे। माल एवं यात्री कर अधिकारी ने उनके मालिकों से भी पुष्टि की है। इससे पहले एसडीएम सदर अमित भट्ट, एआरटीओ-प्रशासन प्रवीण कुमार सिंह, सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह के बीच आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए काफी देर तक मंथन चला। एसडीएम सदर-सीओ सिटी के हाथ अध्यक्ष ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन मुहर लगाकर सादे कागज की दी जा रही पर्ची भी लगी थी। इस पर गाड़ी नंबर, भाड़ा लोकल या कैसा है, लोड बोरी, स्थान, मोबाइल नंबर, दिनांक अंकित है। ये है मामला
शनिवार को ट्रांसपोर्टर राजेश अग्रवाल, पल्लू जैन, दिनेश अग्रवाल, आनंद अग्रवाल, अंकुर गोयनका आदि डीएम-एसपी के दफ्तर पहुंचे। उनको बताया, ट्रक ऑपरेटर यूनियन के लोग रेलवे माल गोदाम पर जबरन वसूली कर रहे हैं। लोडिग में भी ओवरलोडिग का आरोप लगाकर वसूली का दबाव बनाते हैं। निर्देश पर एसडीएम सदर अमित भट्ट और सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह ने रेलवे माल गोदाम पहुंचकर मामले की पड़ताल की। यहीं पर मिले अहमद और मुसूम खान को हिरासत में ले लिया। इनको कोतवाली में बैठाया है। आरोपित अहमद ट्रक ऑनर ऑपरेटर एसोसिएशन का उपाध्यक्ष जबकि मुसूम खान सलाहकार है। ओवरलोडिग का विरोध करने पर बवाल: ट्रक ऑनर ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष नियाज हुसैन का कहना है कि वे लोग रेलवे माल गोदाम पर ट्रकों में की जा रही जबरन ओवरलोडिग का विरोध कर रहे हैं। इसके बाद भी ट्रांसपोर्टर ओवरलोडिग से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह शुक्रवार को भी राजेश ट्रांसपोर्टर और बब्बू ट्रांसपोर्टर की एक-एक ट्रक खाद-सीमेंट लेकर जा रही थी। ये ट्रकें ओवरलोड थीं। उन्होंने इन ट्रकों को सेक्रेड हार्ट स्कूल के पास रोका और वापस रेलवे माल गोदाम लाए थे। इसके बाद ही बवाल मचा है।