कोरोना संक्रमितों के मिलने से शिक्षक डरे हैं..
विद्यालयों का अभी तक नहीं हो सका है सैनिटाइजेशन।- कोरोना संक्रमण के भय के बीच शिक्षक कर रहे कार्य। अब स्कूल आने से डर रहे हैं शिक्षक।
सीतापुर:
हकीकत-1
परसेंडी विकासखंड के प्राथमिक जूनियर विद्यालय दतेलिया में दस अध्यापक इस समय विद्यालय जा रहे हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेंद्र श्रीवास्तव व साथी शिक्षकों ने अपने संसाधन से विद्यालय की साफ सफाई कराई। प्रधानाचार्य का कहना है अभी तक उनके सामने सैनिटाइजेशन नहीं हुआ है। हम सभी शिक्षक अपना सैनिटाइजर आदि लेकर आते हैं। हकीकत- 2
खैराबाद विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय परसेहरा के प्रधानाचार्य प्रदीप वर्मा ने भी विद्यालय परिसर की स्वयं के संसाधनों से सफाई कराई। उनका कहना है सैनिटाइजेशन कब हुआ पता नहीं।
यह तो बानगी भर हैं। अनलॉक 2 में 1 जुलाई से विद्यालय खुल चुके हैं। इनमें शिक्षकों को बुलाया जा रहा है। जिले के कुछ ही विद्यालयों को सैनिटाइज कराया गया है। इन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक अपने संसाधनों से अपना बचाव कर रहे हैं। लेकिन यह शिक्षक काफी भयभीत हैं। क्योंकि पिछले एक सप्ताह में ही दस से अधिक मरीज निकल चुके हैं। जबकि एक कोरोना मरीज जो शिक्षक था की मौत भी हो चुकी है। उसके बाद से तो शिक्षकों में भय ज्यादा व्याप्त हो गया है। कि कहीं ऐसा न हो जाए कि वह कोरोना संक्रमित हो जाएं।
बीआरसी पर हो रहा डाटा फीडिग का काम
बीआरसी पर इस समय मानव संपदा के तहत डाटा फीडिग का कार्य भी किया जा रहा है। इसके लिए प्रतिदिन शिक्षक बीआरसी पर पहुंच रहे हैं। जबकि ऐसे में कहीं भी भीड़ लगाना किसी खतरे से कम नहीं है।
शिक्षक संघ कर चुका विरोध
प्राथमिक शिक्षक संघ बीएसए से विद्यालयों का सैनिटाइजेशन कराने की मांग शुरू से करता आ रहा है। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि इसओर किसी अधिकारियों का ध्यान नहीं जा रहा है।
संकेत वर्मा, जिलामंत्री
प्राथमिक शिक्षक संघ
शिक्षक हितों का ध्यान रखा जा रहा है। सैनिटाइजेशन के लिए डीपीआरओ को पत्र लिखा जा चुका था। उन्होंने प्रधानों के माध्यम से सैनिटाइजेशन कराने का आश्वासन दिया था। डीपीआरओ से पुन: कार्य कराने के लिए पत्र लिखेंगे।
अजीत कुमार, बीएसए