सजा धनतेरस का बाजार
सीतापुर : सोमवार को धनतेरस है, शहर का लालबाग बाजार सज गया है। बर्तन, सर्राफा, कपड़ा व अ
सीतापुर : सोमवार को धनतेरस है, शहर का लालबाग बाजार सज गया है। बर्तन, सर्राफा, कपड़ा व अन्य साजो-सामान की दुकानों को व्यापारियों ने दुल्हन की तरह सजाया है। वाहन शो-रूमों की भी सजावट देखती ही बनती है। वहीं घंटाघर चौराहे के आसपास इलेक्ट्रॉनिक दुकानों की भी सजावट आधुनिक चकाचौंध में गुलजार है। रविवार शाम रंग-बिरंगी लाइटों के बीच लालबाग बाजार की खूबसूरती देखती ही बनती थी। बाजार में पूजा आदि के लिए खूबसूरत पीतल के बर्तन व मूर्तियां मौजूद हैं। बाजार में व्यापारियों व आम लोगों के बीच पर्व को लेकर उत्साह है। हालांकि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बाजार में कुछ सन्नाटा होने से व्यापारी अधिक की बिक्री की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। क्या कहते हैं व्यापारी
लालबाग लोहा मंडी में बर्तन विक्रेता राकेश टंडन का कहना है कि धनतेरस में सबसे अधिक स्टील के बर्तनों की बिक्री होती है। इसलिए वे इस बार स्टील धातु के बर्तन अधिक लाए हैं। मोती ¨सह का कहना है कि धनतेरस में पूजा के लिए पीतल के बर्तनों की भी बिक्री अधिक रहती है, इसलिए वे इस बार पीतल की आरती, मूर्तियां आदि लाए हैं। सर्राफा व्यवसाई हर्ष सहगल का कहना है कि अब चांदी के पुराने सिक्कों का प्रचलन बंद है। ये सिक्के बाजार में खोजे नहीं मिलते, जो हैं वे नकली हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 में पुराने सिक्के उन्होंने 1100 रुपये की दर से बेचे थे, जो आज खुदरा बाजार में 700 रुपये में बिक रहे हैं। जिनमें नकली सिक्कों की बहुतायत है। पूजा के लिए पीतल के बर्तन
आरती 90 से 200 रुपये तक।
मूर्तियां 1100 से 22000 रुपये तक।
त्रिशूल 150 से 350 रुपये तक।
तांबे का लोटा 100 से 450 रुपये तक।