व्यापारी और ग्राहक हित का बजट में रखा जाए ध्यान
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सीतापुर: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अपने बजट से व्यापारी वर्ग को कितनी राहत देती हैं यह तो आने वाले वक्त में पता चलेगा। आगामी बजट व्यापारी वर्ग को कितनी राहत देगा, वस्तुओं का मूल्य निर्धारण कैसा होगा, वस्तु विनिमय को लेकर क्या नियम बनेंगे इन सब के साथ साथ अनेक जिज्ञासाएं व्यापारियों को हैं। व्यापारी बजट को लेकर वित्तमंत्री से क्या उम्मीद रखते हैं इसको लेकर अपनी बात रखी। जीएसटी टैक्स की विसंगितयों को दूर करें
केंद्र सरकार जब से जीएसटी लाई है तब से अधिकांश व्यापारी अभी तक उसके बारे में पूरी तरह से भिज्ञ नहीं हो सके हैं। मैं वित्तमंत्री से गुजारिश करूंगा कि जीएसटी प्रक्रिया को सरल कर दें जिससे सभी व्यापारी इसे समझ सकें। व्यापारी देश के विकास में अपनी अहम भूमिका अदा करता है इसलिए समय से आयकर अदा करने वाले व्यापारियों के हितों का धन रखा जाए।
मोनीस अहमद, इलेक्ट्रानिक व्यापारी ऑन लाइन व्यापार पर लगे अंकुश
वर्तमान में ऑन लाइन व्यापार का प्रभाव दिन पर बढ़ता जा रहा है। ऑन लाइन सामान खरीदारी के कारण सामान्य व्यापारी पर प्रतिकूल असर पड़ा है। इस प्रक्रिया के लिए कुछ सख्त नियम बनाए जाएं जिससे सामान्य व्यापारी इसके दुष्प्रभाव से बचे रहें।
दिनेश राय,बर्तन व्यापारी नये उद्योग इकाई को शुरू किया जाए
जिले में अधिकांश उद्योग इकाईयां बंद हो गई हैं। वहीं अधिकांश बंद होने की कगार हैं। सरकार को चाहिए बंद इकाईयों को शुरू करे साथ ही नई इकाईयों की भी स्थापना की जाए। इससे बेरोजगारी दर में भी कमी आएगी।
अंकित भसीन, कपड़ा व्यापारी महंगाई पर हो नियंत्रण
व्यापारी व ग्राहक के मध्य आपसी सामन्जस्य के लिए महंगाई का नियंत्रित होना आवश्यक है जिससे ज्यादा से ज्यादा ग्राहक व्यापारियों से जुड़े। कास्मेटिक वस्तुओं का मूल्य ऐसा निर्धारित हो जिससे दोनों का हित बना रहे। यदि वस्तु बहुत महंगी होगी तो ग्राहक परेशान होगा और वस्तु बहुत सस्ती होगी तो व्यापार मंदी की कगार पर पहंच जाएगा।
गौरव टंडन, कास्मेटिक व्यापारी