सूची में नाम तलाशने में उम्मीदवार हलकान
अलग-अलग बड़े श्हरों से आकर कोई अपना भाग्य आजमा रहा है तो कोई अपने वरिष्ठों को पटाने के लिए युवा जी तोड़ मेहनत कर रहै।
सीतापुर : किस न्याय पंचायत की कौन सी ग्राम सभा में कितने उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया, यह सूची ब्लाक पर चस्पा की गई। सोमवार सुबह सूची चस्पा होते ही उम्मीदवारों की भीड़ जमा हो गई। मेरा नाम देखो, मेरा नाम देखो की आवाज सुनाई देने लगी। सूची देखने को बेकरार उम्मीदवारों में धक्का-मुक्की भी हुई। कोरोना से बचाव का ज्ञान देने वाले दावेदार सूची के दीदार में नियमों को भूल गए। एक-दूसरे से सटकर सूची निहारने लगे।हालांकि सूची देखने के बाद उम्मीदवारों ने राहत की सांस ली। सूची देख रहे उम्मीदवारों ने बताया कि, सूची में नाम मिलने के बाद ही राहत मिली है। नामांकन काउंटर पर लाइन में लगकर नामांकन पत्र की जांच कराएंगे। नेरी न्याय पंचायत में आए अधिक नामांकन
आरओ संजय सिसौदिया के मुताबिक पिसावां ब्लाक की न्याय पंचायत नेरी में सबसे अधिक नामांकन पत्र दाखिल किए गए। इस न्याय पंचायत में प्रधान पद के 90 दावेदारों ने पर्चा जमा किया है। नेरी ग्राम सभा में कुल 19 दावेदारों ने प्रधानी का पर्चा जमा किया है। वहीं न्याय पंचायत बीहट गौर में 86 व न्याय पंचायत सेजकला में 84 उम्मीदवारों ने प्रधान पद के लिए पर्चा दाखिल किया है।
बड़े शहरों को छोड़ गांव की गलियों में घूम रहे युवा
सीतापुर : बड़े शहरों में हास्टल या रूम लेकर तैयारी कर रहे युवाओं ने कई पंचायतों के के चुनाव प्रचार को हाईटेक बना दिया है। अपनों को जिताने के लिए यह युवा गांव की गलियों की खाक छान रहे हैं। चुनाव प्रचार में मतदाताओं से आमने-सामने मुखातिब होने के साथ ही इंटरनेट मीडिया का भी जमकर उपयोग कर रहे हैं। कोई अपनी दादी तो कोई मां के सिर पर जीत का सेहरा सजाने को आतुर है। कोई अपने पिता को प्रधान बनाने में जुटा हुआ है। मजे की बात यह है कि, चुनाव प्रचार में छात्र-छात्राएं दोनों की जमकर मेहनत कर रही हैं।
दिन में जीत-हार का जतन, रात में पढ़ाई की लगन
चुनाव प्रचार में जुटे यह युवा पढ़ाई को भी तवज्जो दे रहे हैं। दिन में अपनों के लिए वोट मांगने के बाद यह युवा पढ़ाई भी कर रहे हैं।आनलाइन कक्षाएं भी छूटे और प्रचार का काम भी बखूबी चलता रहे। इसके लिए कुछ तकनीकी जानकारों ने वाट्स ऐप ग्रुप और ब्राडकास्ट मैसेज का सहारा भी लिया है।
जीत जाए उम्मीदवार, युवा कर रहे चुनाव प्रचार
केस-एक
जिला पंचायत सदस्य के एक प्रत्याशी के समर्थन में उनके पोते दिन-रात प्रचार में जुटे हैं। जेई की तैयारी के साथ-साथ वह अपनी दादी के लिये वोट मांग रहे हैं। दिन भर समर्थन मांगने के बाद रात में जेई की तैयारी करते हैं। युवाओं का कहना है कि शहरों में हालात सही नहीं है। घर पर हैं तो प्रचार कर रहे और पढ़ाई भी।
केस-दो
जिला पंचायत के अन्य वार्ड में बीटेक की पढ़ाई कर एक कंपनी में वर्क फ्राम होम कर रहा युवा अपनी मां के लिए वोट मांग रहा है। गांव-गांव पहुंचकर मतदाताओं से मनुहार में जुटा है। मां के लिए चुनाव प्रचार के साथ ही नौकरी भी कर रहा है।
केस- तीन
ब्लाक पहला की एक ग्राम सभा के प्रधान पद के उम्मीदवार के समर्थन में लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। दिन में आनलाइन कक्षाएं खत्म करने के बाद गांव में लोगो के बीच जाकर वोट मांग रहे हैं।
केस-चार
ब्लाक महमूदाबाद की एक ग्राम सभा में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही छात्रा ने चुनाव में दावेदारी पेश की है। स्वास्थ्यकर्मी बन आमजन की सेवा करने का ठान चुकी छात्रा ने अब गांव की राजनीति में कदम रख दिया है।