तंद्रा टूटी, अब बीआरसी पहुंचीं पुस्तकें
सीतापुर : शैक्षिक सत्र भले ही छह माह पूर्व शुरू हो गया हो, लेकिन पुस्तकों का वितरण अभ
सीतापुर : शैक्षिक सत्र भले ही छह माह पूर्व शुरू हो गया हो, लेकिन पुस्तकों का वितरण अभी तक नहीं हो सका है। अक्टूबर माह में प्रस्तावित परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा ऐसे में कैसे हो पाएगी। 'दैनिक जागरण' में खबर प्रकाशन के बाद अफसरों की तंद्रा भंग हुई। मंगलवार शाम को बीआरसी पिसावां खैराबाद से कक्षा चार व पांच के बच्चों की पुस्तकें पहुंच गई। गुरुवार को संकुल प्रभारियों को बीआरसी पर बुलाया गया है, जहां उन्हें पुस्तकें दी जाएंगी। जिसके पश्चात अगले दो-तीन दिनों में बच्चों के बस्तों तक किताबें पहुंच सकेंगी।
पिसावां ब्लॉक में कक्षा चार व पांच के छात्रों की पुस्तकों का वितरण ही नहीं हो सका है। विभाग पुस्तकें बीआरसी भेजने का दावा कर रहा है, लेकिन स्कूलों तक अभी पुस्तकें नहीं पहुंच सकी हैं। ऐसे में अगले माह होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा बच्चे बगैर तैयारी के ही देंगे। अगले माह छमाही परीक्षा होनी है ऐसे में शिक्षकों के लिए बच्चों का पाठ्यक्रम पूरा कराना और अभ्यास कराना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
इसको लेकर 'दैनिक जागरण' ने 17 सितंबर के अंक में 'आधा साल बीता नौनिहालों को नहीं मिली पुस्तकें' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशन के बाद जिम्मेदार नींद से जगे और मंगलवार देर शाम खैराबाद से बीआरसी पर पुस्तकें पहुंचाई गई। कक्षा चार व पांच की कलरव, गिनतारा, रैनबो, संस्कृत पीयूषम, परख और हमारा परिवेश पुस्तकों को बच्चों तक पहुंचाने के लिए गुरुवार को बीआरसी पर संकुल प्रभारियों को बुलाया गया है। संकुल क्षेत्र के विद्यालयों की पुस्तकें इन्हें दी जाएंगी, जिन्हें स्कूलवार भेजकर बच्चों को वितरित किया जाएगा।
वर्जन
पिसावां का अतिरिक्त प्रभार मुझे आज ही मिला है। पुस्तकें बीआरसी पहुंचने की जानकारी मिली है गुरुवार को संकुल प्रभारियों को बुलाकर किताबों का वितरण कराया जाएगा।
प्रभास कुंवर श्रीवास्तव, बीईओ पिसावां