पशुओं के लिए काल बने ब्लेडयुक्त तार
क्षेत्रीय किसान फसलों की सुरक्षा के लिए खेतों के चारों तरफ ब्लेड युक्त तार लगा रहे हैं। यह तार बेसहारा पशुओं के लिए काल बनते जा रहे हैं।
सीतापुर : क्षेत्रीय किसान फसलों की सुरक्षा के लिए अपने खेतों के चारों तरफ चाइनीज ब्लेड युक्त तार लगा रहे हैं। यह ब्लेड युक्त तार बेसहारा पशुओं के लिए काल बने हैं। इस तार पर शासन ने प्रतिबंध लगाया था। एडीएम विनय कुमार पाठक ने धारा- 133 के तहत तत्काल कार्रवाई करते हुए ब्लेड युक्त तारों की बाड़ को हटाने की जिम्मेदारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व जिले के समस्त पशु चिकित्साधिकारी, तहसीलदार, बीडीओ दी थी। इस कार्य में सहयोग के लिए सभी थाना प्रभारियों को भी निर्देश दिए गए थे, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते ब्लेड युक्त तारों का उपयोग बढ़ता जा रहा है। क्षेत्र के भोलागंज, पुरैनी, मधईपुर, सांडा, जनुवां, राजाकरनाई, गुरेरा, मुड़ेरी, मानपुर, शाहपुर, पचदेवरा, रेवान, देबियापुर, मदनपुर, खानपुर, तारपारा, रसूलपुर, सरैया कला, महराजनगर, भीठमनी, बेलझरिया आदि सैकड़ों गांव में लगे ब्लेड युक्त तार की चपेट में आकर बेसहारा गोवंशीय पशु के साथ ही वन्य जीव नीलगाय, हिरण, बारहसिघा, सियार आदि गंभीर रूप से घायल होकर इलाज के अभाव में तड़प तड़प कर मर रहे हैं। किसानों का कहना है कि बेसहारा गोवंशीय पशुओं से फसल को बचाने के लिए मजबूरन ब्लेड युक्त तारों का प्रयोग करना पड़ रहा है। बेसहारा पशुओं से निजात मिले तो खेतों में तार लगाने की आवश्यकता ही न पड़े। एसडीएम सुरेश कुमार ने बताया कि प्रतिबंधित तार की बिक्री पर रोक लगाई जाएगी और गांव में बने गोशाला में बेसहारा पशुओं को रखने के इंतजाम कराएंगे।