बैंकों की हड़ताल में मिला एटीएम का सहारा
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सीतापुर : बैंकों की दो दिनों की हड़ताल का पहला दिन लोगों के लिए थोड़ा मुश्किलें लेकर आया। बैंकों में अपने जरूरी काम को लेकर जाने वालों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। यही नहीं, लेनदेन भी बैंकों में नहीं हो पाया। इसका असर एटीएम पर देखने को मिला। तमाम एटीएम पर लोगों की भीड़ नजर आई। यह आम दिनों की तुलना में काफी अधिक थी।
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर शुक्रवार से जिले की सभी बैंकों में दो दिवसीय हड़ताल शुरू हो गई है। हड़ताल के पहले दिन इलाहाबाद बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और आर्यावर्त सहित सभी बैंकों में ताले लगे रहे। इस तरह जिले भर में कुल 307 शाखाओं में हड़ताल के पहले दिन व्यापक असर देखने को मिला है। अधिकारी संगठन पदाधिकारियों के मुताबिक, हड़ताल के पहले दिन जिले में 700 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन प्रभावित रहा है। जिला मुख्यालय पर इलाहाबाद बैंक के मंडलीय कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे बैंकर्स ने कहा कि, भारत सरकार बैंक कर्मियों का शोषण कर रही है, जबकि आज सरकार के सभी कार्य बैंक के माध्यम से ही हो रहे हैं। पदाधिकारी ने बताया कि बैंक कर्मचारियों के लंबित वेतन समझौते को निस्तारित नहीं किया जा रहा है। यही नहीं, सरकार ने केवल बैंक कर्मियों को बल्कि बैंकों के उच्च प्रबंधन को भी परेशान कर दिया है। बैंकर्स ने कहा कि बैंकिग से अन्य जो कार्य लिया जा रहा है उसका भी वे लोग विरोध कर रहे हैं। बैंकर्स की मेडिकल सुविधाओं में हो रही कटौती का भी वे लोग विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, नई पेंशन व्यवस्था के स्थान पर पुरानी पेंशन को बहाल किया जाना चाहिए। प्रदर्शन में ये रहे शामिल
ऑल इंडिया इलाहाबाद बैंक ऑफीसर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष कमलेश पांडेय, मंत्री अंजनी कुमार पांडेय, उपाध्यक्ष रंजीत दास, पंजाब नेशनल बैंक के प्रकाश मिश्र, एसबीआइ के क्षेत्रीय मंत्री अदनान रसूल, शिव कुमार, अनुज, राजेंद्र और इलाहाबाद बैंक के प्रशांत सिंह, मोहित तिवारी, प्रतिभा पांडेय, सुनील कुमार, विनय अवस्थी। बैंक से लौटे खाता धारक..
शुक्रवार अपनी बहू किरन के साथ बैंक आई थीं पर, यहां तो हड़ताल शुरू हो गई है। इसलिए खाते से पैसा भी नहीं निकल पाया है। सोचा था कि बैंक से पैसा निकाल लेंगे और देवर के बेटे की शादी है इसलिए कुछ खरीदारी कर लेंगे।
- रामकुमारी, उमरिया-खैराबाद बच्चों की फीस जमा करने को भारतीय स्टेट बैंक में अपने खाते से पैसा निकालने आई थी पर, यहां तो बैंक ही बंद हो गई है। गुरुवार को भी इसी चक्कर में बैंक आए थे पर भीड़ अधिक होने से लौट गई थी।
मंजू देवी, एमीपुरग्रंट-खैराबाद