बैंक मित्रों पर जड़े दलाली का आरोप
सीतापुर : बैंक मित्र सिर्फ दलाली कर रहे हैं, ग्रामीण क्षेत्र की बैंक शाखाएं धन निकासी पर ख
सीतापुर : बैंक मित्र सिर्फ दलाली कर रहे हैं, ग्रामीण क्षेत्र की बैंक शाखाएं धन निकासी पर खाता धारकों से सुविधा शुल्क वसूल रही हैं। बिना सुविधा शुल्क के खाता धारक को मांग के मुताबिक उसकी रकम निकासी नहीं होती है। ये गंभीर आरोप कोई और नहीं बल्कि बिसवां विधायक महेंद्र ¨सह ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में बैंकर्स की भरी बैठक में डीएम व बैंक अफसरों के सामने लगाए। जिस पर डीएम शीतल वर्मा ने कहा, खाता धारक से धन निकासी में सुविधा शुल्क लेने वाली बैंकों को गोपनीय तरह से ट्रेस कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि खाता धारक बैंक मित्र के पास अपनी रकम जमा न कर सीधे बैंक में जमा करें। साथ ही उन्होंने एचडीएफसी व एसबीआइ को स्पष्ट अल्टीमेट दिया कि वह यदि योजनाओं में पात्रों को लो¨नग नहीं करेंगी और लो¨नग के आवेदनों की इंट्री नहीं करती हैं तो वे इन दोनों बैंक शाखाओं को अगले माह ब्लैक लिस्टेड कराने की कार्रवाई शुरू करेंगी। बैंकर्स से जुड़ी योजनाओं और उनकी प्रगति के संबंध में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक में बिसवां विधायक के साथ ही हरगांव विधायक सुरेश राही भी मौजूद थे।
समीक्षा में सामने आए आंकड़े
मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना में पिछले सत्र में सिर्फ 14 आवेदन पर 75.50 लाख रुपये का ऋण वितरित किया है, जबकि कुल 16 आवेदनों पर 84 लाख रुपये ऋण वितरण स्वीकृत था। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने इस योजना में 83 आवेदनों को बैंक भेजा था। जिसमें बैंकों 41 आवेदन वापस या निरस्त कर किए हैं, जबकि 41 आवेदन अब तक लंबित हैं। सबसे अधिक 46 आवेदन इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक को भेजे गए थे, जिसमें सिर्फ 2 आवेदनों पर कुल 3.50 लाख रुपये ऋण दिया गया है। जबकि एसबीआइ, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक, कॉरपोरेशन बैंक व पंजाब एंड ¨सध बैंक ने एक भी आवेदन पर ऋण स्वीकृत नहीं किया है। बैंकर्स की इसी मनमर्जी की वजह से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की भी प्रगति खास नहीं है। प्रधानमंत्री बुनकर क्रेडिट कार्ड योजना की 313 फाइलें अभी तक बैंकर्स लंबित कर रखे हैं।
फसल बीमा की प्रगति खराब
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में रबी सीजन में बैंक शाखाओं ने जिले भर में सिर्फ 54,284 किसानों की फसलों का बीमा किया है, जबकि खरीफ सीजन में 70,137 किसानों की फसल का बीमा किया गया था। फसल बीमा से लाभान्वित होने वाले किसानों के आंकड़े उस स्थिति में हैं, जब जिले के 2,21,487 किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड हैं, जिन पर वे फसली ऋण लिए हैं। कुक्कुट योजना में पांच लोगों के आवेदन पत्रों पर ऋण दिया गया है।