रकम पाने को लगाने पड़े एटीएम के चक्कर
सहालग में शोपीस बनकर रह गए जिला मुख्यालय के एटीएम चार-चार एटीएम का चक्कर काटने के बाद भी नहीं मिले पैसे
सीतापुर : झरेखापुर के विक्रम सिंह के घर में भतीजी की शादी है। तीन दिन बैंक बंद थी। भतीजी की शादी में जाना था, इसलिए पैसा निकालने के लिए जिला मुख्यालय आ गए। विक्रम ने सबसे पहले नैपालापुर चौराहे के आसपास एटीएम चेक किए। पैसा नहीं निकला। इसके बाद कचहरी और फिर एसपी ऑफिस के पास के एटीएम देखे। आखिरकार एसबीआइ की मुख्य शाखा के बाहर लगे एटीएम से पैसे निकल पाए। यहां पर भी लंबी लाइन लगानी पड़ी।
मिश्रिख के सुनील कुमार भी पैसे के जुगाड़ में एटीएम के चक्कर काट रहे थे। आंख अस्पताल के पास लगे एटीएम पर कोशिश की। बकौल सुनील चार एटीएम के चक्कर काटने के बाद स्टेट बैंक वाले एटीएम से रकम निकल सकी। बोले, पैसा निकालने के कोशिश में उन्हें डेढ़ घंटे कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इसी तरह नहर चौराहा के प्रमोद कुमार अपनी मौसी का पैसा निकालने के लिए एटीएम के चक्कर काटते दिखे।
ये मामले तो बस नजीर हैं, बैंकों में तीन दिन की छुट्टी और सहालग के बीच मंगलवार को लोगों को पैसे निकालने के लिए तमाम मुश्किलें झेलनी पड़ीं। लोग भटकते रहे लेकिन, पैसा नहीं निकला। ग्रीकगंज में पुराने सीतापुर के आबिद एक एटीएम में मिले। उनकी समस्या थोड़ी अलग थी। यहां पर औरों के कार्ड से पैसा निकल रहा था लेकिन, उनका एटीएम कार्ड काम ही नहीं कर रहा था।
साइकिल न होती तो 50 रुपये किराया लग जाता
गाड़ी बनवानी थी। मिस्त्री की साइकिल मांग ली थी वरना एटीएम से पैसा निकालने के लिए 50 रुपये किराया ही लग जाता। कई लोग तो निराश होकर लौट भी गए। बैंकें पैसे लेती हैं तो उन्हें सुविधा भी देनी चाहिए।
- सुनील कुमार, मिश्रिख सहालग में खाली न हों एटीएम
सहालग चल रही है। हर व्यक्ति को पैसे की जरूरत है। मुख्यालय पर एटीएम तो तमाम हैं लेकिन, अधिकांश बंद ही रहते हैं। कहीं ताला तो कहीं काम न करने का मैसेज आता है।
- विक्रम सिंह, झरेखापुर तीन दिनों की छुट्टी की वजह से परेशानी
तीनों दिनों की छुट्टी थी। इसी वजह से बैंकों और एटीएम के बाहर भीड़ रही। मंगलवार को मतदान ड्यूटी की वजह से कर्मचारी भी कम थे। जल्द ही व्यवस्था सही हो जाएगी।
- प्रीती पांडेय, डिप्टी एलडीएम सीतापुर