डीजल की कमी और टायर खराब होने से खड़ीं एंबुलेंस
डीजल की समस्या से बाधित हो रही हैं इमरजेंसी सेवाएं खराब हो चुके हैं टायर
सीतापुर : एंबुलेंस कर्मियों ने डीजल व टायर की समस्या के संबंध में कलेक्ट्रेट गेट पर मौजूद प्रशासनिक कर्मियों और एलआइयू इंस्पेक्टर रमेश यादव को मांग पत्र दिया है। सोमवार को जीवन दायिनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 व एएलएस संघ की जिला इकाई के पदाधिकारियों की तरफ से मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र भेजा है।
कर्मियों ने कहा है कि डीजल-टायर की समस्या से 30-40 प्रतिशत एंबुलेंस खड़ी हैं। उन एंबुलेंस पर कॉल सेंटर से दबाव बनाया जा रहा है। एंबुलेंस के टायर 60-70 हजार किमी की दूरी तय कर चुके हैं। एंबुलेंस में डीजल व टायर न मिलने से वह सभी कर्मी रोगियों को समय रहते इमरजेंसी सेवा नहीं दे पाते हैं। डीजल के अभाव में कभी-कभी एंबुलेंस रास्ते में आते-जाते वक्त खड़ी हो जाती है। समस्या बताने पर जिम्मेदार दूसरे जिले में स्थानांतरण करने की धमकी देते हैं।
यही नहीं, कर्मियों ने एंबुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी के ईएमआरआइ पर शोषण करने का आरोप भी लगाया है। साथ ही एंबुलेंस संचालन में आ रही समस्याएं निस्तारित न कर और उच्च स्तर पर न बताकर जनमानस में सरकार की छवि को भी खराब किया जा रहा है। एंबुलेंस कर्मियों के संगठन के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह, रंजीत कुमार, निशांत मिश्र, बृजेंद्र प्रताप सिंह आदि ने आरोप लगाया है कि करीब चार हजार कर्मियों को सेवा प्रदाता कंपनी नियुक्ति के बाद भी काम नहीं दे रही है।