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'संजीवनी' की आस में झेलीं दुश्वारियां, ई-रिक्शा से आए अस्पताल

सोमवार से जरूरतमंदों को एंबुलेंस मुहैया नहीं हो पा रही

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 11:09 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 11:09 PM (IST)
'संजीवनी' की आस में झेलीं दुश्वारियां, ई-रिक्शा से आए अस्पताल
'संजीवनी' की आस में झेलीं दुश्वारियां, ई-रिक्शा से आए अस्पताल

सीतापुर : सोमवार से जरूरतमंदों को एंबुलेंस मुहैया नहीं हो पा रही है। ऐसे में रोगियों के लिए ई-रिक्शा ही सहारा बने हैं। तीमारदार एंबुलेंस की रार में 'अपनों' के दर्द से कहीं ज्यादा सिस्टम के बदइंतजामी से अधिक परेशान दिखे।

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गुरुवार दोपहर के एक बज रहे थे। जिला अस्पताल में ओपीडी के बाहर बुजुर्ग कंधई बेटे का डाक्टर से दिखाकर उसे ई-रिक्शा की सीट पर लिटा रहे थे। तभी कंधई का छोटा बेटा जगजीवन व दामाद रवि दवा के पर्चे लेकर आ गए। रवि ने कंधई से कहा, चलो घर अब डाक्टर ने कल फिर बुलाया है। पैथोलाजी में जांच भी नहीं हुई है, देर हो गई है। दामाद रवि की बात सुनकर कंधई को रोना आ गया। कहा, चलो कोई बात नहीं ईश्वर परीक्षा ले रहा है। बीमार बेटे राम गुलाम को ई-रिक्शा पर लेकर कंधई, छोटा बेटा, दामाद व बहू कुसमा भी आई थी। ई-रिक्शा रमेश चला रहा था। पूछने पर कंधई ने बताया, वह लहरपुर के बिलरिया गांव से आया है। उसका गांव जिला अस्पताल से 48 किमी दूर है। बेटा रामगुलाम अभी 23 साल का है। उसके पैरों में सूजन है और घाव भी हो गए हैं।

लहरपुर सीएचसी लाने के लिए बुधवार को पूरे दिन हेल्प लाइन 108 पर फोन करता रहा। हेल्प लाइन कर्मी उसे जल्द एंबुलेंस आने का भरोसा देते रहे, पर एंबुलेंस नहीं आई तो वह बुधवार शाम को किसी तरह से बेटे को लाकर सीएचसी में भर्ती कराया था। डाक्टरों ने जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी तो 600 रुपये पर ई-रिक्शा बुक किया। फिर बीमार बेटे को ई-रिक्शा से जिला अस्पताल लाया। ई-रिक्शा चालक रमेश नवीनगर का है।

बेबस थी वंदना, ओपीडी में फर्श पर लेटी कराह रही थी पूजा

ओपीडी के बरामदा में पीड़ा से कराह रही पूजा शुक्ला फर्श पर लेटी थी। पड़ोस में बैठी जेठानी वंदना बेबस थी। वंदना ने बताया, वह खैराबाद के महसिंहपुर से देवर ओमजी शुक्ल के साथ बाइक पर देवरानी पूजा को अस्पताल लाई है। पूजा के तीन महीने का तीसरा बच्चा गर्भ में है। ओमजी बुधवार और फिर गुरुवार को हेल्प लाइन 102 पर फोन करते-करते थक गया। बुधवार को भी ओमजी पत्नी को बाइक से महिला अस्पताल लाया। डाक्टर की सलाह पर पूजा को जिला अस्पताल में लाए हैं। पूजा को पीलिया व एनीमिया भी है।

एंबुलेंस के लिए रहे परेशान

दोपहर डेढ़ बजे ओपीडी के बाहर मछरेहटा के जंगी प्रसाद बैठे 108 एंबुलेंस को फोन लगा रहे थे। फोन बार-बार कट जा रहा था। बताया, बिटिया के देवर का बेटा बीमार है। यहीं पर, परसेंडी की जगरानी बैठी थीं। बताया, उनका बेटा भर्ती है उसे कुछ लाभ नहीं हो रहा है। लखनऊ ले जाना है, एंबुलेंस नहीं मिल पा रही है।


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