संघर्षो को चुनौती की तरह स्वीकारें
सीतापुर : दीन दयाल उपाध्याय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व आत्महत्या निषेध दिवस पर जिला
सीतापुर : दीन दयाल उपाध्याय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व आत्महत्या निषेध दिवस पर जिला अस्पताल के सहयोग से कार्यशाला हुई। कार्यशाला का उद्घाटन प्राचार्या तथा मनोविज्ञानी डॉ. नलिनी श्रोत्रिया ने किया। उन्होंने मनोविज्ञान के विभिन्न तकनीकों पर चर्चा के साथ-साथ छात्रों को वर्चुअल गेम की जगह परंपरागत खेल खेलने की सलाह दी। कहा कि मानसिक स्थितियों पर बहुत कुछ निर्भर करता है। अच्छी व सकारात्मक सोंच सदैव कायम रखें। मनोवैज्ञानिक डां. प्रांशू ने छात्र, छात्राओं से संघर्षों को चुनौती की तरह स्वीकार कर जीवन में आगे बढ़ें। किसी समस्या को चुनौती की तरह लेंगे तो सहज उसका निदान होगा। उन्होंने आत्महत्या के संभावित कारणों व इसके निदान पर प्रकाश डाला। डॉ. दीपक सोनी, मनोविज्ञानी केके मिश्र ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी शेखर ¨सह ¨सह ने किया। कार्यशाला में एनएसएस के स्वयं सेवक आकांक्षा मिश्रा, प्राची मिश्रा, अनिल कुमार, सुनील कुमार आदि ने भी सहयोग दिया।