नौ कुंड में आहुति समर्पित कर सर्व समाज के कल्याण की कामना
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नैमिषारण्य (सीतापुर) : श्री वेद व्यास धाम में आयोजित 88 हजार श्रीमछ्वागवत पारायण महायज्ञ का रविवार को समापन को हो गया। समापन के दिन सुबह नौ बजे से हवन यज्ञ प्रारंभ हुआ। इसमें वेद व्यास अनिल शास्त्री एवं नौ आचार्यों के मंत्रोच्चार के साथ प्रधान यजमानों और श्रद्धालुओं ने आहुतियां डालीं। हवन के लिए नौ बड़े कुंड बनाए थे। इन हवन कुंडों पर बड़ी संख्या में लोगों ने अग्नि देवता को आहुति समर्पित की और सर्व समाज के कल्याण के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस अवसर पर हेमा विशाल सुखानी, राजिदर गुप्ता, हरेश भाई मेहता, सुषमा नरेंद्र जाजू, जयंत भाई शाह, मनीषा संजय दोषी, सत्यनारायण जोशी, मदन अग्रवाल, मोहन अग्रवाल, व्यास पीठाधीश प्रतिनिधि रंजीत शास्त्री, रामकिशोर दीक्षित, कपिल भाई शास्त्री आदि यजमान मौजूद रहे।
कालीपीठ मंदिर में आयोजित कथा में पुराणाचार्य रविशंकर पाराशर ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मनमोहक वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं की। नटखट स्वभाव के चलते बालकृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। यशोदा मां के पास उनकी हर नित नई शिकायतें आया करती थी। यशोदा मां ने उनसे कहा कि रोज रोज तुम माखन चुरा के खाया करते हो तब उन्होंने अपना मुंह खोलकर दिखाया कि मैंने माखन नहीं खाया। शनिवार रात में वृंदावन के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मयूर नृत्य लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा।
मेले में नाटक का मंचन
सरैंया : सदरपुर क्षेत्र के उमरहर सरैयां महिपत सिंह गांव स्थित गोसांई बाबा धाम परिसर में चल रहे तीन दिवसीय मेला रविवार को वीर अभिमन्यु नाटक के मंचन के साथ संपन्न हुआ। बच्चों और महिलाओं ने बाबा के दरबार में माथा टेका और मां दुर्गा मंदिर में पूजन अर्चन किया।