चंद्रावल में चंद्र-चंदनी व मड़रूवा में राम-जानकी होते दर्शन
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सीतापुर : 84 कोसी परिक्रमा के छठे पड़ाव देवगवां से सातवें पड़ाव मड़रूवा की दूरी करीब 14 किमी है। इस बीच के रास्ते में देवगवां, वजीरनगर, कैथोलिया, रन्नूपुर, शिवथान, वर्मी, चंद्रावल, ढेड़ुआ गांव पड़ते हैं। ढेड़ुआ और मड़रूवा गांव में ही छेदादास बाबा और लक्कड़ बाबा के आश्रम हैं। परिक्रमार्थी देवगवां से कुतुबनगर मार्ग से वर्मी-मछरेहटा मार्ग पर चंद्रावल गांव से सातवें पड़ाव की ओर कूच करते हैं। श्रद्धालु मड़रूवा गांव के आसपास मार्ग किनारे आम की बाग में और ढेड़ुवा गांव के आसपास पड़ाव डालते हैं। रैन बसेरा से करीब 500 मीटर दूर मड़रूवा गांव से लेकर ढेड़वा गांव तक करीब डेढ़ किमी की रेंज तक परिक्रमार्थी ठहरते हैं।
ये हैं दर्शनीय स्थल
देवगवां से मड़रूवा पड़ाव के बीच कई दर्शनीय स्थल हैं। वाल्मीकि जी के कूप पर लोटा डोर के दान की मान्यता है। इसे मांडव ऋषि का स्थान भी माना जाता है। यहीं पर चंद्रावल में चंद्र-चंदनी और चंद्रावल देवी का भव्य मंदिर है। पास में मड़रूवा गांव में परिक्रमा रात्रि विश्राम करता है। मंडरीक तालाब, राम जानकी मंदिर, राम तालाब, लक्कड़ बाबा मंदिर, ठाकुर राम-जानकी मंदिर स्थित है। श्रद्धालु रामताल तीर्थ में जल से आचमन करते हैं।