Move to Jagran APP

पड़ाव स्थल पर असुविधाओं पर हुई चर्चा

84 द्मश्रह्यद्ब श्चड्डह्मद्बद्मह्मड्डद्वड्ड 84 द्मश्रह्यद्ब श्चड्डह्मद्बद्मह्मड्डद्वड्ड 84 द्मश्रह्यद्ब श्चड्डह्मद्बद्मह्मड्डद्वड्ड 84 द्मश्रह्यद्ब श्चड्डह्मद्बद्मह्मड्डद्वड्ड

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jan 2020 11:22 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jan 2020 11:22 PM (IST)
पड़ाव स्थल पर असुविधाओं पर हुई चर्चा
पड़ाव स्थल पर असुविधाओं पर हुई चर्चा

सीतापुर : 84 कोसी परिक्रमा में व्यवस्थाओं के संबंध में सोमवार को पहला आश्रम में परिक्रमा समिति की बैठक में मार्ग और पड़ावों पर व्याप्त अव्यवस्थाओं पर चर्चा हुई। आश्रम के महंत एवं परिक्रमा समिति के अध्यक्ष भरत दास ने कहा, 23 फरवरी से परिक्रमा शुरू हो रही है पर, पड़ावों पर व्यवस्थाएं जुटाने का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। न ही मार्गों को दुरुस्त कराया जा रहा है। परिक्रमा मार्ग श्रद्धालुओं के चलने लायक नहीं हैं। कच्चे-पक्के मार्गों पर गड्ढे हैं।

loksabha election banner

परिक्रमा समिति के सचिव महंत संतोष दास खाकी ने कहा, परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालुओं का सफर बहुत मुश्किल है। रोशनी के इंतजाम नहीं हैं। मार्गों पर पेयजल के लिए परिक्रमाíथयों को परेशान होना पड़ेगा। मार्ग पर संकेतक तक नहीं लगे हैं। हैंडपंप खराब हैं। रैन बसेरा भी अनियमित तरीके से बने हैं। जहां परिक्रमार्थी ठहरते हैं वहां रैन बसेरा नहीं हैं। सुरक्षा के भी इंतजाम नहीं दिख रहे हैं।

पड़ाव वार नामित हुए प्रभारी

परिक्रमा समिति सचिव संतोष दास ने बताया कि, 84 कोसी परिक्रमा के आयोजन से पहले समिति की दो बैठकें रहती हैं। इसमें एक भूमिका व दूसरी बैठक व्यवस्था के संबंध में होती है। ये व्यवस्था बैठक भी सोमवार को हो गई है। इसमें सीतापुर व हरदोई जिले में पड़ने वाले सभी 11 पड़ावों की व्यवस्था के संबंध में परिक्रमा समिति की ओर से पड़ाव प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। ये पड़ाव प्रभारी अपने पड़ाव क्षेत्र के मार्गों व पड़ाव स्थल पर असुविधाओं को प्रशासन तक पहुंचाएंगे। इसमें कोरौना पड़ाव के प्रभारी महेंद्र पांडेय, देवगवां के मुकेश सिंह, मड़रूवा के प्रीतम दास, जरिगवां के कृष्ण दास, साखिन गोपालपुर के धीरू शुक्ल बनाए गए हैं। समिति कार्यकर्ता हर्षवर्धन को हरदोई का जिला प्रतिनिधि बनाया गया है। नैमिष में बनेगा परिक्रमा प्रवेश द्वार

बैठक में मौजूद मेलाधिकारी राजीव पांडेय ने संत-महंतों को भरोसा दिलाया है कि, 84 कोसी परिक्रमा हमारी संस्कृति की परिचायक है। इसलिए नैमिष में भैरमपुर मार्ग पर परिक्रमा प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। इसमें प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया जाएगा। परिक्रमाíथयों को किसी भी समस्या से परेशान नहीं होना पड़ेगा। बिजली, पेयजल, चिकित्सा, सुरक्षा आदि सभी तरह की व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं। मार्गों को दुरुस्त करने के लिए संबंधित विभागों को जिम्मेदार किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.