परिक्रमा के दो दिन पहले सुधार के निर्देश
सीतापुर : नैमिषारण्य क्षेत्र में 84 कोसी परिक्रमा शुक्रवार से शुरू हो रही है। इस परिक्रमा म
सीतापुर : नैमिषारण्य क्षेत्र में 84 कोसी परिक्रमा शुक्रवार से शुरू हो रही है। इस परिक्रमा मार्ग पर कुल 11 पड़ाव है। इनमें सात पड़ाव सीतापुर व शेष पांच पड़ाव हरदोई जिले में पड़ते हैं। जिले में परिक्रमा मार्ग बेहद खराब एवं ऊबड़-खाबड़ और गड्ढायुक्त हैं। पड़ावों पर बनाए जा रहे रैन बसेरा अर्द्धनिर्मित हैं और वहां श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाओं तक का अभाव है।
बेहद दुर्गम इस परिक्रमा में कितनी और किस तरह की अव्यवस्थाएं है, इस पर दैनिक जागरण ने समय रहते पिछले माह 19 से 31 जनवरी तक अभियान चलाकर प्रशासन के संज्ञान में लाने की कोशिश की, लेकिन मौन प्रशासन ने अनदेखी की। शुक्रवार को परिक्रमा प्रारंभ हो रही है तो दो दिन पहले डीएम डॉ. सारिका मोहन व अन्य आला अफसरों ने परिक्रमा मार्ग व पड़ाव की स्थिति का मुआयना कर निरीक्षण की औपचारिकता पूरी कर दी है। वजह ये है कि जो असुविधाएं हैं, जिम्मेदार उन्हें परिक्रमा प्रारंभ होने के शेष दो दिन में कैसे दुरुस्त कर लेंगे?
संदना : कोरौना पड़ाव के मार्ग पर कीचड़, जलभराव की समस्याओ को देखकर डीएम ने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यडी से मार्ग दुरुस्त कराने को कहा तो उन्होंने धनाभाव को रोना रोया। नाराज डीएम ने अधिकारियों से पूछा कि श्रद्धालु यहां से कैसे निकलेंगे। रामगढ़ में 500 मीटर परिक्रमा मार्ग खराब मिला। उन्होंने इसे भी सही कराने को कहा। निर्देश दिए कि इस मार्ग पर गन्ना ढोने वाले भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया जाए। डीएम ने गोंदलामऊ बीडीओ कोरौना पड़ाव पर सफाई कराने के आदेश दिए। कोरौना के द्वारिकाधीश मंदिर से एक किलोमीटर आगे रैन बसेरा के लिए प्रस्तावित जमीन को लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई। बिजली के खंभे टूटे पड़े हैं। जरिगवां पड़ाव के रैन बसेरा में कार्य अधूरा देखकर कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर से नाराजगी जताई।
मिश्रिख : डीएम ने कस्बे के मेला मैदान में अतिक्रमण देखा, जिस पर ईओ से नाराजगी जाहिर की और परिक्रमा से पहले अतिक्रमण हटाने को कहा। मैदान में गड्ढों को समतल करने के निर्देश दिए। डीएम ने ईओ आरपी ¨सह को निर्देश दिए कि मैदान में जगह को सेक्टर के हिसाब से बाटें और दुकानों का नंबर आवंटित करें। यहां पड़ाव स्थल पर बन रहे रैन बसेरा में बिजली कनेक्शन तक नहीं है।