चित्रकूट धाम में बिजली न ही पानी, परिक्रमा मार्ग भी जर्जर
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मिश्रिख (सीतापुर) : दसवें पड़ाव कोल्हुवा बरेठी में दर्शन-पूजन के बाद श्रद्धालु चित्रकूट आश्रम पर डेरा जमाते हैं। यहां राम-जानकी मंदिर पर पूजन कर 11वें पड़ाव मिश्रिख के लिए प्रस्थान करते हैं। रास्ते में सेमरा, शिवपुरी, दौलतपुर, नौव्वाखेड़ा, सूरजपुर गांव पड़ते हैं। इन गांवों से गुजरते हुए परिक्रमार्थी मिश्रिख कस्बे में पहुंचते हैं। कोल्हुवा बरेठी के बाद मार्ग सबसे अधिक इमलिया से चित्रकूट करीब चार किमी तक खराब है। नौव्वाखेड़ा व सूरजपुर गांव तक के मार्ग पर अतिक्रमण-गंदगी है। शिवपुरी से दौलतपुर तक करीब एक किमी कच्चा रास्ता है। चित्रकूट धाम से मिश्रिख कस्बे की दूरी करीब 14 किमी है। चित्रकूट धाम पर अव्यवस्थाएं
तीन हैंडपंप हैं, इसमें एक खराब है। यात्री प्रतीक्षालय है। जीर्ण-शीर्ण छह शौचालय हैं, इसमें पानी सप्लाई नहीं हैं। कई खंभों के बिजली तार चोरी हो गए हैं। इसलिए चित्रकूट धाम में बिजली व्यवस्था नहीं है। धाíमक स्थल
चित्रकूट धाम में प्राचीन बजरंगबली और देवी मंदिर है। लक्ष्मण किला है। यहां राम-सीता जी का भी प्राचीन मंदिर है। बुजुर्ग बताते हैं कि, चित्रकूट धाम से गोमती नदी की दूरी करीब 15 किमी है। चित्रकूट से गोमती नदी तक सुरंग है, ये चित्रकूट में अभी भी दिखती है। चित्रकूट पड़ाव पर न रोशनी की व्यवस्था है और न ही पानी की। चित्रकूट धाम मंदिर में बिजली कनेक्शन है पर तार चोरी होने से यहां बिजली सप्लाई बाधित है। चित्रकूट के आसपास लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है।
- शंकरदास, चित्रकूट धाम प्रशासन परिक्रमाíथयों की सहुलित पर ध्यान नहीं देता है। जब परिक्रमार्थी रुद्रावर्त से आते हैं तो संकेतक नहीं होने से श्रद्धालुओं को दिक्कत होती है वे रास्ता भटक जाते हैं। चूंकि कोई मार्ग सीधा नहीं है। रास्ते में बिजली-पानी की समस्या रहती है।
- साहेब शरण दास-महंत-बद्रीनाथ धाम